संतोषी माता
संतोषी माता भगवान गणेश और रिद्धि सिद्धि की पुत्री और भगवान शिव और माता पार्वती की पौत्री हैं।
उत्पत्ति की कथा
एक बार गणेश जी के दोनों पुत्र शुभ और लाभ ने अपने पिता गणेश से रक्षाबंधन के त्यौहार के बारे में पूछा तो उन्होंने जवाब दिया कि इस दिन बहनें भाइयों को राखी बांधती हैं भाई उनकी रक्षा करने का वचन देता है। शुभ और लाभ ने भी एक बहिन की इच्छा अपने पिता गणेश जी से प्रकट की। गणेश जी ने एक दिव्य शक्ति अपनी दोनों पत्नियों रिद्धि और सिद्धि के गर्भ ने स्थापित कर दी। समय आने पर उस शक्ति से रिद्धि सिद्धि के गर्भ से एक तेजस्वी कन्या का जन्म हुआ। एक बार गणेश जी ने अपनी पुत्री की परीक्षा लेने के लिए कुबेर देव को बुलाया और उन्हें एक घट धन रखने का आदेश दिया। उनकी पुत्री ने उस घट की तरफ़ जाना तो दूर उसे छुआ तक नहीं। जिससे भगवान गणेश ने अपनी पुत्री का नाम संतोषी रखा और उन्हें संतोष की देवी बना दिया।
इस लेख में सन्दर्भ या स्रोत नहीं दिया गया है। कृपया विश्वसनीय सन्दर्भ या स्रोत जोड़कर इस लेख में सुधार करें। स्रोतहीन सामग्री ज्ञानकोश के उपयुक्त नहीं है। इसे हटाया जा सकता है। (अगस्त 2021) साँचा:find sources mainspace |