श्रेणी:ज़मींदारी
अभी भी जमींदारी प्रथा खतम नहीं हुआ है [ 1] और न ही मुग़ल शासन काल के बनाये हुए नजराने नियम, भूमि विवाद क्या भारत से समाप्त हुई है, नहीं [ 2] जब तक राजस्व अभिलेखो और निबंधन कार्यलय वाले कागजातों के सभी पृष्ठों को स्कैन कराके उसे राजस्व कर्मियों से प्रमाणित के साथ सभी हुए सर्वे से बने खतियान के अनुसार सभी भूमि के वर्गीकरण स्वामी और रैयत का वंशावली अनुसार अधिकार अभिलेख डिजिटल तैयार करा कर ऑनलाइन भूमि विवाद सेवा में शामिल नहीं किया जायेगा [ 3 ] तब तक अधिकार अभिलेख पूर्ण रूप से कभी सफल भारत में सफल नहीं होगा [4] और नहीं भूमि विवाद समाप्त होगा [5] भूमि रजिस्ट्री करण निबंधन के नियम को भी ऑनलाइन सेवा में इसी तरह शामिल किया जाय साथ ही सभी भुधारी स्वामी [ भूमि क्रय करने वाले ] का एक यूनिक नंबर को आधार से मिला दिया जाये [6] जो उनके सभी भूमि की जानकारी आधार पहचान संख्या से हो साथ ही सभी आय की जानकारी भी मिलती रहे और [ 7] सभी तरह के लिए जाने वाले कर का उनके आय के अनुसार निर्धारण कर [वर्गीकरण कर ] दिए जाये और [8 ] सभी आम जन को उनके योग्यता के अनुसार कार्य करने को दिए जाये साथ ही [ 9] सभी आम जन को कार्य के अनुसार दैनिक वेतन दिया जाये जो भारत में नहीं है चाहे वो सरकारी संगठन हो या अर्धसरकारी [10] इन्ही दैनिक वेतन के अनुसार जनता के सेवा करने वालो का भी निर्धारण हो और सभी प्रकार के कर का दैनिक वेतन ऑनलाइन भुगतान से वसूली ली जाये सभी जन को एक सामान साधन दिया जाये जय हिन्द जय जवान जय किसान