श्मिट का ट्रिगर
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एलेक्ट्रॉनिकी में श्मिट ट्रिगर (Schmitt trigger) धनात्मक पुनर्भरण से युक्त, तथा लूप लब्धि > 1 वाले, देहली परिपथों (threshold circuits) का एक सामान्य नाम है। इसके नाम में 'ट्रिगर' शब्द आने का कारण यह है कि आउटपुट का मान तब तक नहीं बदलता जब तक इनपुट में इतना बदलाव न आ जाय जो आउटपुट को बदलने के लिये पर्याप्त हो। वास्तव में इसमें एक हिस्टेरिसिस होता है जो स्मृति का ही एक रूप है; अतः यह लैच का काम भी कर सकता है। इसलिये श्मिट ट्रिगर परिपथ को लैच में बदला जा सकता है और लैच को श्मिट ट्रिगर में।
श्मिट ट्रिगर युक्तियों को ओपेन-लूप कॉनफिगरेशन में न्वायज इम्मुनिटी (रव अग्राहिता) के लिये इस्तेमल करते हैं। इसके अलावा इनमें ऋणात्मक फीडबैक डालकर 'बाइस्टेबल रेगुलेटर', त्रिभुज/वर्ग तरंग जनित्र (triangle/square wave generators) आदि बनाये जा सकते हैं।