शांतनु अरोड़ा
शांतनु अरोड़ा | |
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पृष्ठभूमि की जानकारी | |
जन्म | साँचा:br separated entries |
मृत्यु | साँचा:br separated entries |
शैलियां | ब्लूज़, फ्यूजन, कंट्री पॉप रॉक गायन |
गायक, संगीतकार, शिक्षक, संगीतकार | |
वाद्ययंत्र | गीतार, पियानो, और गायन |
जालस्थल | http://www.shanschool.com |
शांतनु अरोड़ा (जन्म: 15 नवंबर 1985) एक भारतीय गायक और गिटारवादक हैं जिनके गाने मुख्य रूप से हिंदी और अंग्रेजी में हैं। नई दिल्ली में 8 वर्ष की उम्र में ही उन्होंने गिटार सीखना शुरु कर दिया था, जबकि 12 वर्ष की उम्र में उन्होंने बाकायदा अनुशासनबद्ध तरीके से इसका प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया। शांतनु जब केवल 10 साल के थे तो उन्होंने मंच पर बतौर गायक पहली बार प्रदर्शन किया था।[१]
प्रारंभिक जीवन
शांतनु का जन्म 15 नवम्बर, 1985 को हुआ था। उनके पिता स्वर्गीय भारत भूषण आरोरा एक सिविल इंजीनियर थे और मां उषा आरोरा एक बैंकर थीं। शांतनु जब एम.बी.ए कर रहे थे तभी उनके पिता का निधन हो गया। ऐसे में उनकी मां ने परिवार को संभाला। शांतनु की शुरुआती शिक्षा-दीक्षा फादर एग्नेल स्कूल, गौतम नगर से हुई, जहां उनकी प्रतिभा को देखते हुए उनका चयन स्कूल बैंड में कर लिया गया। पढ़ाई के दौरान उन्होंने कई संगीत प्रतियोगिताओं में भाग लिया और पेप्सी स्टॉर्म, बर्दर बर्गिन, एग्नेल टैलेंट फेस्ट, एम एक्सटैसी, कंफ़्लुएंस, सहित कई प्रतियोगिताओं में पुरस्कार जीता। उन्होंने बिट्स पिलानी, जानकी देवी, आई.एच.ई और अन्य कई कॉलेजों की संगीत प्रतियोगिताओं में भी हिस्सा लिया। शांतनु दिल्ली विश्वविद्यालय के पी.जी.डी.ए.वि कॉलेज में अर्थशास्त्र का अध्ययन किया और कॉलेज बैंड का हिस्सा रहे। कॉलेज में पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने शान्स स्कूल ऑफ म्यूजिक नाम से अपनी संगीत अकादमी की स्थापना की। शांतनु उस्ताद साबरी खान के शिष्य हैं और हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत में प्रशिक्षित हैं।
शान के बारे में
संगीत के क्षेत्र में रचनात्मकता को बढ़ावा देने के लिए शांतनु ने 2003 में शान संगीत स्कूल की स्थापना की। स्कूल में गिटार, कीबोर्ड, बांसुरी, ड्रम और गायन सहित विभिन्न वाद्ययंत्रों का प्रशिक्षण दिया जाता है। [२] वर्तमान में संस्थान द्वारा 12 स्कूलों, 3 विश्वविद्यालयों, इंजीनियरिंग और पीजीडीएम कॉलेजो के जरिए 800 से अधिक संगीत छात्रों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।