व्युत्क्रमानुपात
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किन्ही दौ राशि के अनुपात व्युत्क्रम कहलातें हैं, यदि एक राशि को बढाया जाता हैं, तो दूशरी राशि उसी अनुपात में घटती जाती हैं।
जैसे गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत का एक कथन F □ 1/r^2
अर्थात् लगने वाला बल पिण्डो के मध्य दूरी के व्युत्क्रमानुपाती होता हैं।