वोडाफ़ोन (भारत)
प्रकार | सार्वजनिक |
---|---|
उद्योग | दूरसंचार |
मुख्यालय | मुम्बई, महाराष्ट्र, भारत |
सेवाएँ |
मोबाइल दूरसंचार |
राजस्व | ₹ ४२५ बिलियन (US$५.५८ अरब) (२०१५)[१] |
सदस्य | 185.47 million[२] |
मातृ कंपनी | वोडाफ़ोन समूह |
वेबसाइट |
www |
वोडाफ़ोन (भारत) इंग्लैंड की एक दूरसंचार कंपनी वोडाफ़ोन है जो भारत में एक भारतीय कंपनी हच एस्सार को खरीदने के बाद भारत में अपना कारोबार स्थापित कर रही है।
व्यापार
यह इंग्लैंड में 1991 में बनी जिसके बाद धीरे धीरे यह अपना कारोबार अन्य देशों में फैलाने लगी। भारत में व्यापार शुरू करने और सभी प्रकार के व्यापारिक अधिकार के लिए इसने हच एस्सार नामक कंपनी को खरीद लिया। इसके बाद इसने इसका नाम बदल कर इसे वोडाफ़ोन कर दिया। इसे बाद में वोडाफ़ोन इंडिया एलटीडी नाम से पंजीकृत करा दिया। इससे वोडाफ़ोन को भारत में टावर लगाने के लिए अधिकार की आवश्यकता नहीं पड़ी और उसे पहले से ही बनी बनाई दूरसंचार कंपनी मिल गई।
प्रकरण
जनवरी 2012 में वोडाफ़ोन के ऊपर ₹20,000 करोड़ कर चोरी का आरोप लगा जिसके लिए उसके ऊपर प्रकरण भी दर्ज कर लिया गया। लेकिन वोडाफ़ोन ने इसके लिए हच को दोषी कहा और सारे आरोप उस पर लगा दिया और यह प्रकरण जीत गया।[३]
अधिग्रहण
- 1992 में हचिसन मैक्स नामक कंपनी का अधिग्रहण किया।
- 2003 में एयरसेल डिजिलिंक के राजस्थान, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के सर्कल का अधिग्रहण कर लिया और उसे हच नाम से बदल दिया।
- 2005 में बीपीएल मोबाइल एक 3 सर्कल का अधिग्रहण कर लिया, यह अब भी कुछ स्थानों में लूप मोबाइल नाम से कार्य कर रही है।
- 2007 में कंपनी का नाम वोडाफ़ोन एस्सार 'हच' से बदलकर 'वोडाफ़ोन' कर दिया।
सन्दर्भ
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।