वेनेरा 1
लक्ष्य प्रकार | शुक्र का फ्लाइ-बाइ |
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फ्लाईबाई तिथि | 19 मई 1961 |
लॉन्च तिथि | 12 फ़रवरी 1961 को 2:09:00 UTC[१] |
लॉन्च वाहन | Molniya |
कॉस्पर आई डी | Gamma 1 1961 Gamma 1 |
द्रव्यमान | 643.5 किलोग्राम[२] |
वेनेरा 1 (Venera 1), जिसे वेनेरा 1VA No.2 के रूप में भी जाना जाता है, सोवियत संघ के वेनेरा कार्यक्रम अंतर्गत, शुक्र के लिए उड़ान भरने वाला पहला अंतरिक्ष यान था।[३] वेनेरा 1 का वजन 643.5-किलोग्राम (1,419 पाउंड) था, जिसमें एक बेलनाकार 1.05 मीटर (3 फीट 5 इंच) का व्यास प्रोब लगा हुआ था। जिसकी ऊंचाई 2.035 मीटर (6 फीट 8.1 इंच) थी। यह आंतरिक वितरण के साथ गर्मी के वितरण को बनाए रखने के लिए शुष्क नाइट्रोजन के साथ 1.2 (120 kPa) का वायुमंडल दबाव सह सकने में सक्षम था। इस वायुयान में 922.8 मेगाहर्ट्ज की आवृत्ति पर शुक्र से पृथ्वी पर डेटा भेजने के लिए 2 मीटर का परवलयिक तार-जाल एंटीना लगाया गया था।
प्रक्षेपण
वेनेरा 1 को फरवरी 1961 को शुक्र ग्रह पर प्रक्षेपण के लिए बनाया गया अंतरिक्ष यान था, परन्तु किसी तकनिकी खराबी के चलते यह अंतरिक्ष यान पृथ्वी की कक्षा से ही बाहर नही निकल सका, और अपने उदेश्य को पूरा नही कर सका।[४]