वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय
वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय | |
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विश्वविद्यालय की आधिकारिक मुहर | |
विश्वविद्यालय की आधिकारिक मुहर | |
आदर्श वाक्य: | साँचा:lang साँचा:small |
स्थापित | 1965 |
प्रकार: | राज्य विश्वविद्यालय |
कुलाधिपति: | गुजरात के राज्यपाल |
कुलपति: | [१] |
अवस्थिति: | सूरत, गुजरात, भारत
(साँचा:coord) |
परिसर: | नगरीय |
सम्बन्धन: | विश्वविद्यालय अनुदान आयोग |
जालपृष्ठ: | vnsgu.ac.in |
वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय गुजरात के सूरत नगर में स्थित एक सार्वजनिक विश्वविद्यालय है। पहले इसका नाम 'दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय' था जिसे २००४ में गुजराती के महान कवि नर्मद के नाम पर रखा गया। इसकी स्थापना १९६७ में हुई थी।
यह विश्वविद्यालय विभिन्न विषयों में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम प्रदान करता है। रसायन विज्ञान, समाजशास्त्र, सांख्यिकी, अंग्रेजी, गणित, भौतिकी जैसे पारंपरिक विषयों के अलावा यह गैर-पारंपरिक विषयों जैसे लोक प्रशासन, ग्रामीण अध्ययन, तुलनात्मक साहित्य और जलीय-जीव विज्ञान में पाठ्यक्रम प्रदान करता है। विश्वविद्यालय के सबसे मान्यता प्राप्त विभागों में से एक कंप्यूटर अनुप्रयोग का मास्टर है।
विभाग
- जलीय जीवविज्ञान विभाग
- वास्तुकला विभाग
- जीवविज्ञान विभाग
- जैव प्रौद्योगिकी विभाग
- व्यवसाय एवं औद्योगिक प्रबन्धन विभाग
- रसायन विभाग
- वाणिज्य विभाग
- तुलनात्मक साहित्य विभाग
- कंप्यूटर विज्ञान विभाग
- अर्थशास्त्र विभाग
- शिक्षा विभाग
- गुजराती विभाग
- हिन्दी विभाग
- अंग्रेजी विभाग
- आईसीटी विभाग
- पत्रकारिता और जनसंचार विभाग
- विधि संकाय
- पुस्तकालय और सूचना विज्ञान विभाग
- गणित विभाग
- भौतिकी विभाग
- लोक प्रशासन विभाग
- मानव संसाधन विकास विभाग
- ग्रामीण अध्ययन विभाग
- समाजशास्त्र विभाग
- सांख्यिकी विभाग
- ललित कला विभाग
- विश्वविद्यालय विज्ञान उपकरण केन्द्र
संग्रहालय
'नर्मद स्मृति भवन' नाम से सारिका सदन की प्रतिकृति बनायी गयी है। सारिका सदन, कवि नर्मद के पैतृक घर का नाम है जिसमें उनकी कृतियाँ एवं अन्य निजी वस्तुएँ संजोयी गयी हैं।
उल्लेखनीय पूर्व छात्र
- फूलचन्द्र गुप्ता
- निकिशा जरीवाला
- एशा दादावाला
- भगवतीकुमार शर्मा
- रवीन्द्र पारेख
- ध्वनिल पारेख
- किरनसिंह चौहान