विश्व संविधान और संसद संघ
स्थापना | साँचा:if empty |
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संस्थापक | प्रोफेसर फिलिप इस्ली और उनकी पत्नी मार्गरेट इस्ली |
स्थापना हुई | डेनवर कोलोराडो |
उद्देश्य | लोकतांत्रिक विश्व सरकार को बढ़ावा |
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साँचा:longitem क्षेत्र | साँचा:if empty |
साँचा:longitem | पी एन मूर्ति और राज कुमार |
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ध्येय | शांति की स्थापना |
जालस्थल | worldparliament-gov.org |
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विश्व संविधान और संसद संघ (डब्ल्यूसीपीए) एक लोकतांत्रिक, गैर-सैन्य, संघीय विश्व सरकार है जो शांति की स्थापना और पर्यावरणीय समस्याओं को हल करने पर आधारित है। इसके तीन सदन हैं (पीपल्स-काउंसलर-नेशंस), द वर्ल्ड एग्जीक्यूटिव, द वर्ल्ड ज्यूडिशियरी, द वर्ल्ड एडमिनिस्ट्रेशन और स्पिरिचुअल लाइजनस। इसके अध्यक्ष ग्लेन टी मार्टिन हैं। वह रेडफोर्ड यूनिवर्सिटी, वर्जीनिया में दर्शन और धार्मिक अध्ययन के प्रोफेसर हैं। वह शांति अध्ययन कार्यक्रम के संस्थापक हैं। वह लोकतांत्रिक विश्व कानून, धर्म के दर्शन और शांति अध्ययन के दार्शनिक नींव पर प्रोफेसर और लेखक हैं।[१] डब्ल्यूसीपीए की स्थापना १९५८ में प्रोफेसर फिलिप इस्ली और उनकी पत्नी मार्गरेट इस्ली ऑफ डेनवर कोलोराडो ने की थी, जो कि पृथ्वी के संघ के लिए एक संविधान बनाने और उस संविधान के तहत लोकतांत्रिक विश्व सरकार को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया था।[२]
इन्हें भी देखें
- शक्तियों का पृथक्करण
- एकात्मक राज्य (unitary state)