117.99.12.182 के योगदान
For 117.99.12.182 वार्ता अवरोध सूची लॉग दुरुपयोग लॉग
- १८:०२, १३ अप्रैल २०२२ अन्तर इतिहास +१,५४,४९२ न शनि (ज्योतिष) →पौराणिक संदर्भ: श्मशान में जब महर्षि दधीचि के मांसपिंड का दाह संस्कार हो रहा था तो उनकी पत्नी अपने पति का वियोग सहन नहीं कर पायीं और पास में ही स्थित विशाल मथुरा प्रयाग घाट स्थित पीपल वृक्ष के कोटर में 3 वर्ष के बालक को रख स्वयम् चिता में बैठकर सती हो गयीं। इस प्रकार महर्षि दधीचि और उनकी पत्नी का बलिदान हो गया किन्तु पीपल के कोटर में रखा बालक भूख प्यास से तड़प तड़प कर चिल्लाने लगा।जब कोई वस्तु नहीं मिली तो कोटर में गिरे पीपल के गोदों(फल) को खाकर बड़ा होने लगा। कालान्तर में पीप... वर्तमान