विशाखा हरी
यह लेख सामान्य उल्लेखनीयता निर्देशों के अनुरूप नहीं है। कृपया विषय के बारे में विश्वसनीय स्रोत जोड़कर उल्लेखनीयता स्थापित करने में सहायता करें। यदि उल्लेखनीयता स्थापित न की जा सकी, तो लेख को विलय, पुनर्निर्देशित अथवा हटाया जा सकता है।
साँचा:find sources mainspace |
विशाखा हरी | |
---|---|
पृष्ठभूमि की जानकारी | |
जन्म | साँचा:br separated entries |
मूल | भारत |
मृत्यु | साँचा:br separated entries |
शैलियां | भारतीय संगीत गायक |
हरिकथा प्रतिपादक |
विशाखा हरि कर्नाटक संगीत गायिका और हरिकथा अथवा कथा की प्रस्तावक हैं। इसके साथ ही वह शिक्षा द्वारा चार्टर्ड एकाउंटेंट है।
प्रांरभिक जीवन
विशाखा हरि ने कर्नाटक संगीत को प्रसिद्ध कर्नाटक वायलिन वादक, पद्म विभूषण लालगुडी जयरामन से सीखा। उनके आध्यात्मिक गुरु और ससुर श्री कृष्ण प्रेमी स्वामीगल (श्री श्री अन्ना) हैं।[१][२] उन्होंने हरिकथा की कला अपने पति हरीजी से सीखी। वह अनुभवी हरिकथा प्रतिपादक हैं, जो तमिल, अंग्रेजी और हिन्दी में प्रवचन देते हैं।
संगीत कैरियर
विशाखा हरि ने 2006 से चेन्नई संगीत सत्र के दौरान कई सभाओं में प्रस्तुति दी।
विशाखा हरि कभी-कभी अपने पति श्री हरि के साथ प्रदर्शन करती हैं। वह अपनी कथकलाक्षपम प्रस्तुतियों के पूरक के लिए अपनी अंग्रेजी साहित्यिक पृष्ठभूमि का उपयोग करती हैं। उनके भाई, साकेथरमन जो भी लालगुड़ी जयरामन के शिष्य हैं। विशाखा ने ऑल इंडिया रेडियो के एक कलाकार के रूप में विदेश में प्रवचन और संगीत कार्यक्रम दिए हैं।
विशाखा हरि ने प्रख्यात नृत्यांगना, प्रोफेसर सुधरानी रघुपति से भरत नाट्यम सीखा।[२] विशाखा ने विभिन्न विषयों जैसे कि श्रीमद रामायणम, श्रीमद्भागवतम् और स्कंद पुराणम के आधार पर हरिकथा का प्रदर्शन किया है। वह श्रीसृन्दना के कामों से भी अभिनय करती है जैसे: श्री वैष्णव संहिता; श्री बृंदावन महात्म्यम्; दिव्य देश वैभवम्; हरिकथा अमृत लहरी; श्री भक्तपुरीषा स्तवम्; सती विजायाम, शतकम और कीर्तन।
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियाँ
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ अ आ स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।