विभावरी देशपांडे

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विभावरी देशपांडे
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विभावरी 2019 में
जन्म विभावरी दीक्षित
1 फरवरी, 1979
पुणे, भारत
राष्ट्रीयता भारतीय
व्यवसाय अभिनेत्री, लेखिका
जीवनसाथी ऋषिकेश देशपांडे
बच्चे राधा देशपांडे

विभावरी देशपांडे भारतीय फिल्म अभिनेत्री हैं जो मराठी फिल्म उद्योग में काम करती हैं।

करियर

लेखिका और निर्देशिका

विभावरी ने अपने करियर की शुरुआत कॉलेज ड्रामा में अभिनय और पर्दे के पीछे के कार्य से की। उन्होंने राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, दिल्ली द्वारा आयोजित विभिन्न पाठ्यक्रमों और विख्यात रंगमंच व्यक्तित्व सत्यदेव दुबे द्वारा आयोजित कार्यशालाओं में भी भाग लिया। नाटकों के लिए काम करने के दौरान, उन्होंने मुख्य रूप से लेखन विभाग में पर्दे के पीछे के कार्य किये। उन्होंने स्टार प्रवाह पर प्रसारित होने वाला मराठी टीवी धारावाहिक अग्निहोत्र के लिए भी संवाद लिखे हैं।

अभिनय

विभावरी को कई पुरस्कार प्राप्त 2004 की फिल्म श्वास में रिसेप्शनिस्ट के रूप में कैमियो भूमिका के लिए पहला अभिनय कार्य मिला। उनकी अगली भूमिका स्मिता तलवलकर की निर्मित सात्चया आत घारत में आई। यहाँ उन्होंने केतकी की भूमिका निभाई, जो कॉलेज के सात छात्रों में से एक थी, जिसके चारों ओर कहानी घूमती थी। उन्होंने जब्बार पटेल द्वारा निर्देशित वृत्तचित्रों में से एक में भी काम किया।

बाद में उन्होंने कुछ हिन्दी फिल्मों में अभिनय किया। उनका बड़ा काम 2009 में आया जब उन्होंने फिल्म हरिश्चंद्राची फैक्ट्री में भारतीय सिनेमा के पितामह दादा साहेब फाल्के की पत्नी सरस्वती फाल्के की ऐतिहासिक भूमिका निभाई। विभावरी की भूमिका सहयोगी पत्नी की थी जिसने भारत की पहली पूर्ण लंबाई वाली फीचर फिल्म राजा हरिश्चन्द्र बनाने की दिशा में अपने पति की मदद की।[१] उन्हें सरस्वती की भूमिका के लिए मिफ्ता द्वारा सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार भी मिला।[२] 2010 में, उन्होंने फिल्म नटरंग में, गुना की पत्नी, द्वारका की भूमिका निभाई। आनंद यादव के इसी नाम के उपन्यास पर आधारित, द्वारका का किरदार एक पत्नी का था, जो तमाशा में अपने पति की भागीदारी को नापसंद करती है।[३] 2011 में, विभावरी ने महान मराठी गायक और मंच अभिनेता, बालगंधर्व की पत्नी की एक और ऐतिहासिक भूमिका निभाई। फिल्म में उनकी भूमिका बालगंधर्व की प्रमुख शीर्षक भूमिका का समर्थन करती है। बालगंधर्व ने महिलाओं के अभिनय नहीं करने पर थिएटर में महिला भूमिकाएं निभाईं थी।[४]

सन्दर्भ