विजयशांति
विजयशांति श्रीनिवास भारतीय फिल्म अभिनेत्री, निर्माता और राजनीतिज्ञ हैं। ये अपने फिल्मी करियर के लगभग 30 साल के सफर में सौ से भी अधिक फिल्मों में अभिनय और आठ फीचर फिल्मों में काम किया है। इन्होंने कई भाषाओं की फिल्मों में काम किया है, जिसमें तेलुगी, तमिल, मलयालम, कन्नड़ और हिन्दी शामिल है। इन्हें दक्षिण भारतीय फिल्मों की "द लेडी सुपरस्टार" और "लेडी अमिताभ" के नाम से भी जाना जाता है। इन्हें कर्तव्यम (1990) फिल्म में अपने "सुपर कोप" वाले किरदार के कारण सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के रूप में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिल चुका है।
इन्हें कुल सात फिल्मफेयर पुरस्कार मिल चुका है, जिसमें से 6 पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ अभिनय के कारण तो एक पुरस्कार 2003 में इनके जीवन भर के कार्यों के लिए दिया गया था। इसके अलावा इन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनय के लिए चार बार राज्य का नंदी पुरस्कार भी मिल चुका है।
निजी जीवन
विजयशांति का जन्म 24 जून 1966 को मद्रास राज्य के मद्रास शहर में वरलक्ष्मी और श्रीनिवास प्रसाद के घर हुआ था, जो उसके बाद मद्रास से वारंगल जिले के रामन्नागुदेम शहर में चले गए।[१] इनके अनुसार उन्हें लगता है कि वो तेलंगाना से हैं। हालांकि 2004 के बाद से उन्होंने अपने माता-पिता के गाँव में कभी कदम नहीं रखा।[२] इन्होंने दसवीं की कक्षा हॉली एंजल्स एंग्लो इंडियन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, चेन्नई से की और उसके बाद अपना फिल्मी करियर शुरू किया।[३]
अभिनय
विजयशांति ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 1980 में 14 वर्ष की उम्र में शुरू की थी। उनकी पहली फिल्म तमिल भाषा में बनी कल्लुककुल ईरम था, जिसे भारतीराजा ने निर्देशित किया था। इस फिल्म में ये मुख्य किरदार निभा रही थीं। इसी साल इन्हें तेलुगू फिल्म, किलादी कृशनुडु में कृष्णा के साथ काम करने का मौका मिला। इस फिल्म को विजय निर्मला ने निर्देशित किया था और इसी फिल्म के साथ ये तेलुगू भाषा में उनकी पहली फिल्म बनी। इन्हें स्क्रीन में "विजय शांति" नाम दिया गया जो, उनकी आंटी और अभिनेत्री विजय ललिता के नाम पर आधारित था। उन्हें तेलुगू फिल्म सत्यम-सिवम (1981) में काम करने का मौका मिला, जिसमें उनके साथ एन॰ टी॰ रामा राव और अक्कीनेनी नागेस्वर राव थे।
सन्दर्भ
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite news
- ↑ स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।