विकोशिकीकरण
विकोशिकीकरण (अंग्रेजी:Decellularization डीसेल्यूलराइजेशन) प्रक्रिया में एक मृत अंग से कोशिकाओं को निकाल लिया जाता है, जिसके बाद उस अंग का सिर्फ प्रोटीन का ढांचा बाकी रहता है। इसके बाद इसकी जगह युवा कोशिकाओं को प्रत्यारोपित कर दिया जाता है।
इसका उदाहरण मिनेसोटा विश्वविद्यालय ने एक चूहे के हृदय में २००८ में विकोशिकीकरण कर के दिया था। हालाँकि यह अनुसंधान फिलहाल सूक्ष्म जीवों में ही किए गए हैं और अगले कई सालों तक मानवों में इस तरह का कोई प्रयोग किए जाने की संभावना नहीं है।
इस प्रयोग की सफलता भविष्य में बहुत महत्वपूर्ण हो सकती है। इससे यह आशा बलवती हो गयी है कि शरीर का कोई भी अंग- हृदय, यकृत, फेफड़ा, अग्नाशय आदि का कृत्रिम रूप से निर्माण किया जा सकेगा हैं और इस प्रकार अनेकों ऐसे रोगियों को की जान बचायी जा सकेगी जो अंग-दानकर्ताओं की अनुपलब्धता के कारण मर जाते हैं। इससे चिकित्सा-विज्ञान में एक नये युग का पदार्पण हो सकता है।