राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान
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साँचा:asboxराष्ट्रीय डिजाइन संस्थान (एनआईडी) की स्थापना १९६१ में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के तहत एक स्वायत्रशासी संस्थान के रूप में की गई जो डिजाइन शिक्षा, व्यावहारिक शोध, प्रशिक्षण, डिजाइन परामर्शी सेवाएं और बाहय कार्यक्रमों के क्षेत्र में बहुविषयक अग्रणी संस्थान के रूप में अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर पहचान प्राप्त की है। एनआईडी १२वीं स्तर के विद्यार्थियों के लिए चार वर्षीय डिजाइन में स्नातक डिप्लोमा कार्यक्रम (जीडीपीडी) तथा उन्नत कला/आर्किटेक्चर/प्रौद्योगिकी/इंजीनियरिंग इत्यादि में स्नातकों के लिए दो ढाई-वर्षीय डिजाइन में परा स्नातक कार्यक्रम (पीजीडीपीडी) अपने तीन कैंपसों (अहमदाबाद/गांधीनगर/बैंगलुरू) में कुल १६ डिजाइन डोमेनों में विशिष्टता के साथ चलाता है। एनआईडी का डिजाइन परामर्श सेवाएं तथा बाह्य कार्यक्रम छात्रों को उनके अध्ययन के दौरान डिजाइनों के अभ्यास के अवसर को प्रदान करता है। एनआईडी उद्योग के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहे लोगों के लिए डिजाइन तथा डिजाइन प्रबंधन कार्यक्रम में अल्प समय में टेलरमेड अनाज्ञयता कार्यक्रम भी प्रदान करता है।
परिचय
हाल में घोषित भारत की 'राष्ट्रीय डिजाइन नीति' में एनआईडी को डिजाइन के क्षेत्र में एक प्रमुख संस्थान के रूप में मान्यता दी गई है तथा भारत में डिजाइन शिक्षा के फैलाव की उसे जिम्मेदारी दी गई है। एनआईडी को भारत में डिजाइन शिक्षा और उत्कृष्ट अनुसंधान को प्रोत्साहित करने का दायित्व सौंपा गया है। इनमें विश्वस्तरीय डिजाइनरों की पहचान, प्रोत्साहन तथा विकास के लिए उपयुक्त प्रणालियों के डिजाइन के लिए कदम उठाने का दायित्व शामिल है। इसका अर्थ हुआ कि संस्थान को क्षमतावान डिजाइनर्स चुनने, शिक्षण और भविष्य के लिए डिजाइनर्स तैयार करने हेतु वातावरण बनाने के लिए डिजाइनिंग प्रणाली में नेतृत्व करने की आवश्यकता है।
राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान (एनआईडी) अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर औद्योगिक संप्रेषण, वस्त्र और आईटी समन्वित (प्रायौगिक) डिजाइन के लिए महत्वपूर्ण शिक्षण और अनुसंधान संस्थानों में से एक है। एनआईडी एक राष्ट्रीय उत्कृष्टता प्राप्त स्वायत्त संस्थान है और वह वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन है जिसमें डिजाइन से जुड़े व्यापक क्षेत्र में शिक्षा, अनुप्रयुक्त अनुसंधान, सेवा और उन्नत प्रशिक्षण की व्यवस्था है। एक प्रमुख राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान के रूप में एनआईडी की जिम्मेदारियों का विस्तार इसके सांगठनिक दायरे से अधिक है। इसके दायित्वों में प्रतिभा विकास और देश में डिजाइन के संगत क्षमताओं का विकास करना शामिल है।
एनआईडी को व्यावहारिक रूप में लगातार राष्ट्र की क्षमताओं को बढ़ाने तथा डिजाइनर्स के विकास की आवश्यकता है जिनसे भारतीय उत्पादों की प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ेगी और जीवन के स्तर में सुधार होगा। उत्कृष्ट चयन प्रक्रिया के विकास का दायित्व निभाने और अन्य डिजाइन संस्थानों तक इसका विस्तार करने के वास्ते भारत में लघु दृष्टिकोण के साथ यह तय किया गया कि एनआईडी अपनी चयन प्रक्रिया को संशोधित करेगा और अन्य समान डिजाइन संस्थानों में लागू प्रभावी चयन प्रणाली तैयार करने के लिए इसमें जरूरी सुधार करेगा। चयन प्रक्रिया से ऐसे प्रतिभावान व्यक्तियों की पहचान में मदद मिलेगी जिनमें एक डिजाइनर की क्षमता है और इस प्रक्रिया को एक पैमाने के रूप में डिजाइनर संस्थानों द्वारा प्रयोग किया जा सकेगा।