राठौड़
राठौड़ अथवा राठौड एक राजपूत कुल एवं गोत्र है जो उत्तर भारत में निवास करते हैं। इन्हें सूर्यवंशी राजपूत माना जाता है।[१] वे पारम्परिक रूप से राजस्थान के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र मारवाड़ में शासन करते थे।[२][३]
राजस्थान के सम्पूर्ण राठौड़ो के मूल पुरुष राव सीहा जी माने जाते है जिन्होंने पाली से राज प्रारम्भ किया उनकी छतरी पाली जिले के बिटु गाव में बनी हुई है राठौड़ राजपूतो द्वारा युधो में अद्वतिय शौर्य पराक्रम बताने के कारण उन्हें रणबंका राठौड़ भी कहा जाता है 1947 से पूर्व भारत में अकेले राठौड़ो की दस से ज्यादा रियासते थे और सैकड़ो ताजमी ठिकाने थे जिनमे मुख्य जोधपुर, मारवाड़, किशनगढ़, बीकानेर, ईडर, कुशलगढ़, सैलाना, झाबुआ, सीतामउ, रतलाम, मांडा, अलीराजपुर वही पूर्व रियासतो में मेड़ता (डाबरियानी) ,मारोठ और गोड़वाड़ घाणेराव मुख्या थे
राठौड़ो के उप गोत्र
मेड़तिया, जोधा, चम्पावत, कुम्पावत, उदावत, जैतावत, सिंधल, बीका, महेचा आदि
- अमरसिंह राठौड़
- राज्यवर्धन सिंह राठौड़
- दुर्गादास राठौड
- गोविन्द सिंह राठौड़
- हरिओम सिंह राठौड़
- पाबूजी
- राव जयमल
- राव मालदेव