रमेश चन्द्र महरोत्रा
[चित्र:|350px| डॉ॰ रमेश चंद्र महरोत्रा (17 अगस्त 1934 -) भारत के भाषावैज्ञानिक एवं हिन्दी साहित्यकार हैं।
परिचय
रमेश चंद्र महरोत्रा का जन्म मुरादाबाद (उ॰प्र॰) में हुआ था। उन्होने एम॰ए॰ (हिंदी, भाषाविज्ञान) तथा पी॰एच॰डी॰ व डी॰लिट्॰ (भाषाविज्ञान) में करने के उपरान्त हिन्दी शिक्षण के क्षेत्र में प्रवेश किया। १९५९ में वे सागर विश्वविद्यालय में भाषाविज्ञान के सहायक प्राध्यापक नियुक्त हुए। उसके बाद १९६६ में रायपुर में भाषाविज्ञान में रीडर बने। १९७८ में रायपुर में ही प्राध्यापक नियुक्त हुए। सेवानिवृत्ति के बाद रायपुर में ही अवैतनिक मानसेवी प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं।
कृतियाँ
डॉ रमेश चन्द्र महरोत्रा की लगभग 50 पुस्तकें प्रकाशित हुईं है, जो निम्नलिखित हैं-
- हिंदी में अशद्धियाँ, हिंदी का नवीनतम बीज व्याकरण, मानक हिंदी का शुद्धिपरक व्याकरण, हिंदी का शुद्ध प्रयोग, मानक हिंदी लेखन-नियमावली (पुस्तिका), मानक हिंदी का (व्यवहारपरक) व्याकरण, मानक हिंदी के शुद्ध प्रयोग-खंड 1, खंड-2, खंड-3, खंड-4, खंड-5, खंड-6, भाषिकी के दस लेख, भाषाविज्ञान का सामान्य ज्ञान, छत्तीसगढ़ी- संदर्भ-निदर्शनी, छत्तीसगढ़ी-मुहावरा-कोष, छत्तीसगढ़ी: परिचय और प्रतिमान, छत्तीसगढ़ी को शासकीय मान्यता, छत्तीसगढ़ी-हिन्दी-शब्दकोष (संपादन-सहयोग), छत्तीसगढ़ी मुहावरे और लोकोक्तियाँ, छत्तीसगढ़ी लेखन का मानकीकरण, मानक छत्तीसगढ़ी का सुलभ व्याकरण। आड़ी-टेढ़ी बात, लवशाला, अच्छा बनने की चाह, खंड-1, खंड-2, सुख की राहें, सफलता के रहस्य
- प्रकाशित लेख एवं संदर्भिका
हिंदी भाषा और भाषाविज्ञान विषयक 1065, अन्य विषयों पर 512, आकाशवाणी से 144 वार्ताओं आदि का प्रसारण, शोधपत्रिकाओं, अन्य पत्र-पत्रिकाओं, संकलनों, विषेषांकों और अन्य ग्रंथों में छपे लेखों की संख्या 154
सम्मान
- भारत सरकार की हिंदी साहित्यकार विवरणी में छत्तीसगढ़ के केवल दो लेखकों और हिंदी प्रचारकों में से एक
- नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (उपक्रम) कोलकाता सम्मान
- पंडित सुंदरलाल शर्मा सम्मान, छत्तीसगढ़ राज्य शासन व अन्य 11 सम्मान
विद्वज्जनोचित संस्थाओं से विविधस्तरीय न्यूनाधिक संबद्धता
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, संघ लोकसेवा आयोग, केन्द्रीय हिंदी निदेशालय, वैज्ञानिक तकनीकी शब्दावली का स्थायी आयोग -परामर्शदात्री समिति, राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्र परिषद्, केन्द्रीय हिंदी शिक्षण मंडल, पर्यावरण एवं वन मंत्रालय, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद्, लिंग्विस्टिक सोसायटी ऑफ इंडिया, हिंदी साहित्य सम्मेलन, उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान, भारत सरकार कर्मचारी चयन आयोग (मध्य क्षेत्र), भारतीय भाषा परिषद, हरियाणा साहित्य अकादमी, बिहार राज्य सहायक सेवा चयन मंडल, राजस्थान लोक सेवा आयोग, मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा अनुदान आयोग, मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग, मध्य प्रदेश हिंदी ग्रंथ अकादमी-प्रबंधक मंडल एवं कार्यसमिति, मध्य प्रदेश साहित्य परिषद्, मध्य प्रदेश पाठ्य पुस्तक निगम, मध्य प्रदेश भाषाविज्ञान परिषद्, आकाशवाणी परामर्शदात्री समिति, 22 विश्वविद्यालयों के शोध-अनुभाग!