मोहम्मद असरारुल हक

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Mohommad Asrarul Haque

पूर्वा धिकारी Tasleem Uddin
उत्तरा धिकारी Mohammad Jawed
चुनाव-क्षेत्र Kishanganj

जन्म साँचा:br separated entries
मृत्यु साँचा:br separated entries
राजनीतिक दल Indian National Congress
जीवन संगी Late Smt. Salma Khatoon
बच्चे 5
निवास Vill. Tarabari, Kishanganj
शैक्षिक सम्बद्धता Darul Uloom Deoband (M.A)
साँचा:center
As of 12 December, 2016
Source: [१]

मोहम्मद असरारुल हक (15 फरवरी 1942 – 7 दिसंबर 2018), जिन्हें मौलाना असरारुल हक़ कासमी के नाम से भी जाना जाता है, एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे। वह भारतीय संसद के सदस्य थे, और किशनगंज सीट से चुने गए थे। वह जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रदेश अध्यक्ष भी थे।

व्यक्तिगत जीवन

उनकी शादी सलमा खातून के साथ 16 मई 1965 को हुई थी।उनकी पत्नी की 9 जुलाई 2012 को म्रत्यु हुई। उनके अपने तीन बेटे और दो बेटियाँ थीं। [१]

राजनीतिक कैरियर

हक ने 2009 में भारतीय आम चुनाव में किशनगंज सीट से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और विजयी हुए। [२] 2014 के आम चुनाव में, उन्होंने अपने मुख्य प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी के दिलीप कुमार जायसवाल को मात दिया[३] और अपने सीट को बरकरार रखा। [४]

हक के संसद सदस्य के कार्यकाल में स्क्रिप्ट त्रुटि: "convert" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। में किशनगंज में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के केंद्र की स्थापना हुई! मई 2014 तक, केवल बैचलर ऑफ एजुकेशन कोर्स की पढ़ाई शुरू हुई थी। टू सर्कल्स ने कि सरकारी कॉलेजों के निराशाजनक स्तिथि के लिए । [४]

हक ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य और ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल के अध्यक्ष भी थे। [५]

मौलाना ने मिल्ली गर्ल्स स्कूल के साथ-साथ, पुरे बिहारमें 163 प्राथमिक स्कूल भी खोले। उन्होंने बिहार में सुनामी और बाढ़ के पीड़ितों के बीच राहत सामग्री भी वितरित की। वे जमीयत उलेमा-ए-हिंद के सचिव, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य, ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल के उपाध्यक्ष, ऑल इंडिया तालीमी वा मिल्ली फाउंडेशन के अध्यक्ष थे। वह जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रदेश अध्यक्ष भी थे।

राय

दक्षिणपंथी राजनीति

हक के अनुसार सभी भारतीय सरकार का पुरजोर विरोध करेंगे अगर सरकार ने अनुच्छेद 370 को समाप्त करने की कोशिश भी की। [६]

इस तथ्य का हवाला देते हुए कि 2014 के आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 31% वोट हासिल किए (जिसका मतलब है कि 69% लोगों ने अन्य पार्टियों को वोट दिया), हक ने दावा किया कि पार्टी को संविधान में संशोधित करने का कोई अधिकार नहीं है। [६] बीजेपी के बारे में हक ने लिखा कि भले ही पार्टी ने सत्ता में आने के बाद अधिक रोजगार पैदा करने का वादा किया था, लेकिन वह ऐसा करने में विफल रही। उन्होंने कैशलेस अर्थव्यवस्था बनाने के प्रयास के लिए केंद्र सरकार की भी आलोचना की। [७]

इस्लामिक आतंकवाद

हक ने कहा कि 21वीं सदी में, एक "अंतर्राष्ट्रीय ज़ायोनी षड्यंत्र" है जो यह दावा करता है कि इस्लाम आतंकवाद को बढ़ावा देता है। उन्होंने बोको हरम की भी आलोचना की और कहा कि संगठन इस साजिश का हिस्सा है। [८]

म्रत्यु

हक ने 6 दिसंबर, 2018 को दारुल उलूम सुफा में छात्रों और शिक्षकों की एक सभा को धार्मिक संबोधन दिया। उन्हें 7 दिसंबर, 2018 को लगभग 3:30 बजे मृत घोषित कर दिया गया। मौत का कारण दिल का दौरा था। [९]

संदर्भ

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लोकसभा
पूर्वाधिकारी
मोहम्मद तस्लीमुद्दीन
संसद के सदस्य


किशनगंज के लिए



2009 - 2018
उत्तराधिकारी



रिक्त