मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी
मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी | |
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चित्र:मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी .jpg मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी का पोस्टर | |
निर्देशक | समीर माल्कन |
निर्माता | चंपक जैन |
लेखक | सचिन भौमिक |
अभिनेता |
अक्षय कुमार, सैफ़ अली ख़ान, शिल्पा शेट्टी, रागेश्वरी, शक्ति कपूर, कादर ख़ान |
संगीतकार | अनु मलिक |
प्रदर्शन साँचा:nowrap | 23 सितम्बर 1994 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी 1994 की हिन्दी भाषा की एक्शन कॉमेडी फिल्म है। अक्षय कुमार, सैफ अली खान, रागेश्वरी और शिल्पा शेट्टी अभिनीत यह फिल्म साल की शीर्ष 5 सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक बन गई और इसे बॉक्स ऑफिस पर सफलता घोषित कर दिया गया। इसका संगीत भी लोकप्रिय हुआ था और आज भी इसके गीत सुने जाते हैं।
संक्षेप
सबसे सम्मानित इंस्पेक्टरों में से एक अर्जुन जोगलेकर (मुकेश खन्ना) ड्रग डीलर और गैंगस्टर, गोली (शक्ति कपूर) द्वारा मार दिया जाता है। एक कैबरे गायक और गोली की रखैल मोना (शिल्पा शेट्टी), गोली के खिलाफ गवाही देने के लिए तैयार होती है और अर्जुन का छोटा भाई इंस्पेक्टर करण जोगलेकर (अक्षय कुमार) द्वारा उसे पुलिस सुरक्षा में लिया जाता है। उसका लक्ष्य किसी भी अन्याय से लड़ना और अपने भाई की हत्या का बदला लेना है। जब गोली को मोना के आगामी गवाही के बारे में पता लगता है जो उसकी असली पहचान का पर्दाफाश करेगी। तो वह उसे ढूंढता है और मार देता है।
दीपक कुमार (सैफ अली खान), जो कि एक फ़िल्म अभिनेता हैं, अपनी भूमिकाओं से ऊब चुका है और रोमांटिक नायक के रूप में टाइप-कास्ट होने के कारण निराश है। वह कुछ अलग करना चाहता है जो उसके सुस्त और उबाऊ अस्तित्व में कुछ बदलाव और उत्तेजना लाए। अपने नीरस जीवन को बदलने के लिए, वह नशे में डूब पड़ता है और ड्राइव करता है। उसे पुलिस गिरफ्तार कर लेती है। यही वह जगह है जहां वह करण से मिलता है और उसकी दृढ़ता, साहस और ईमानदारी से बहुत प्रभावित होता है। दीपक उसके व्यवहार का अध्ययन करना चाहता है, ताकि वह इसे अपनी अगली फिल्म के लिए पृष्ठभूमि के रूप में इस्तेमाल कर सके।
मुख्य कलाकार
- अक्षय कुमार - करण जोगलेकर
- सैफ़ अली ख़ान - दीपक कुमार
- शिल्पा शेट्टी - मोना / बंसंती
- रागेश्वरी - शिवांगी
- शक्ति कपूर - गोली
- जॉनी लीवर - धनसुख
- बीना बैनर्जी - भाभी
- मुकेश खन्ना - अर्जुन जोगलेकर
- कादर ख़ान - राम लाल / कमिश्नर
- गोगा कपूर -
- अनंत महादेवन
- शिवा रिन्दानी
- ब्रिजेश तिवारी - पुलिस इंस्पेक्टर
- रवीना टंडन - विशेष उपस्थिति
संगीत
सभी अनु मलिक द्वारा संगीतबद्ध।
क्र॰ | शीर्षक | गीतकार | गायक | अवधि |
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1. | "चुरा के दिल मेरा" | रानी मलिक | कुमार सानु, अलका याज्ञनिक | 7:54 |
2. | "दिल का दरवाजा" | राहत इन्दौरी | अलका याज्ञिक | 6:28 |
3. | "होठों पे तेरा नाम" (फ़िल्म में नहीं) | ज़मीर काज़मी | पंकज उधास | 5:59 |
4. | "लाखों हसीन" (फ़िल्म में नहीं) | अनवर सागर | कुमार सानु, आशा भोंसले | 5:34 |
5. | "मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी" | माया गोविंद | उदित नारायण, अभिजीत, अनु मलिक | 6:17 |
6. | "माइ अडोरेबल डार्लिंग" | रानी मलिक | अनु मलिक, अलीशा चिनॉय | 6:26 |
7. | "पास वो आने लगे" | हसरत जयपुरी | कुमार सानु, अलका याज्ञनिक | 6:13 |
8. | "जुबान खामोश होती है" (फ़िल्म में नहीं) | राहत इन्दौरी | कुमार सानु, अलका याज्ञनिक | 8:39 |
नामांकन और पुरस्कार
साँचा:awards table |- | rowspan="4"|1995 | अनु मलिक | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार | साँचा:nominated |- | अलका याज्ञनिक ("चुरा के दिल मेरा") | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार | साँचा:nominated |- | सैफ़ अली ख़ान | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार | साँचा:nominated |- | कादर ख़ान | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता पुरस्कार | साँचा:nominated |}