मुबारक बेगम
मुबारक बेगम مبارک بیگم | |
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जन्म | साँचा:br separated entries |
मृत्यु | साँचा:br separated entries |
शैलियां | playback singing |
गायिका | |
वाद्ययंत्र | वोकलिस्ट |
सक्रिय वर्ष | 1949-1972 |
मुबारक़ बेग़म भारत की हिन्दी फ़िल्मों में पार्श्व गायिका रही हैं। फ़िल्मों में आने से पहले इनहोंने आकाशवाणी में भी काम किया। इनका जन्म राजस्थान के चूरू ज़िले के सुजानगढ़ कस्बे में हुआ था। उन्होने मुख्य तौर पर वर्ष 1950 से 1970 के दशक के बीच बॉलीवुड के लिए सैकड़ों गीतों और गजलों को आवाज दी थी। उन्होंने वर्ष 1961 में आई फिल्म हमारी याद आएगी का सदाबहार गाना ‘कभी तन्हाइयों में यूं, हमारी याद आएगी’ को अपनी आवाज दी थी। वर्ष 1950 और 1960 के दशक के दौरान उन्होंने एस.डी. वर्मन, शंकर जयकिशन और खय्याम जैसे सर्वश्रेष्ठ संगीतकारों के साथ काम किया। उनके अन्य प्रसिद्ध गाने ‘मुझको अपने गले लगा लो ओ मेरे हमराही’ और ‘हम हाल-ए-दिल सुनाएंगे’ हैं। निधन के पूर्व वे ग़रीबी की हालत में मुंबई के जोगेश्वरी इलाके में अपनी बीमार बेटी और टैक्सी चालक बेटे के साथ रहती थी और पुराने दिनों को याद करती थी।[१][२][३][४]
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियाँ
- आईएमडीबी इंट्री
- अग्रणी गायकों ने मेरी आवाज दबा दी: मुबारक बेगम (साक्षात्कार अँग्रेजी में)
- मुबारक बेगम- साक्षात्कार (अँग्रेजी में)
- गीता दत्त डॉट कॉम पर मुबारक बेगम (अँग्रेजी में)
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- ↑ साँचा:cite news
- ↑ NDTV, Mubarak Begum once a famous singer needs help स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। (अँग्रेजी)
- ↑ DNA, Bollywood takes Mubarak Begum to heart स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।(अँग्रेजी)