मालकांगनी
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मालकांगनी एक औषधीय पादप है जिसका वानस्पतिक नाम सिलीस्ट्र स पैनिकुलेटा (Celastrus paniculatus) है। पीले फलवाली यह विशाल आरोही झाड़ी भारत के समस्त पहाड़ी स्थानों में पाई जाती है। इसके बीज भूरे होते हैं तथा सिन्दूरी बीज चोल से ढंके होते हैं। इसकी पत्तियां आर्तवजनक होती हैं। पत्तियों का रस अफीम विषाक्तता में प्रतिकारक के रूप में प्रयुक्त होता है। इसका छाल गर्भस्रावक है। इसके बीज तिक्त, रेचक, वामक तथा बल्य होते हैं। ये आमवात, गठिया, विभिन्न ज्वरों में उत्तेजक तथा स्वेदजनक के रूप में प्रयुक्त होते हैं। यह अधकपारी, पक्षघात एवं मनोवसाद में भी उपयोगी है।[१]
सन्दर्भ
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