मानव जनाधिक्य
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मानव जनाधिक्य या मानव जनसंख्या अधिकता (अंग्रेज़ी:Human overpopulation) एक ऐसी स्थिति है जब मानव जनसंख्या किसी क्षेत्र की पारिस्थितिकीय वहन क्षमता (carrying capacity) से अधिक हो जाए।[१] यह शब्दावली पूरी मानव जाति की जनसंख्या और वैश्विक पर्यावरण (जो एक पारितंत्र भी है) की वहन क्षमता के बीच संबंधों को व्यक्त करने के लिये भी इस्तेमाल होती है।[२]
सन्दर्भ
- ↑ Ehrlich, Paul R. Ehrlich & Anne H. (1990). The population explosion स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।. London: Hutchinson. pp. 39–40. ISBN 0091745519. Retrieved 27 जुलाई 2014. "When is an area overpopulated? When its population can't be maintained without rapidly depleting nonrenewable resources [39] (or converting renewable resources into nonrenewable ones) and without degrading the capacity of the environment to support the population. In short, if the long-term carrying capacity of an area is clearly being degraded by its current human occupants, that area is overpopulated."
- ↑ "Global food crisis looms as climate change and population growth strip fertile land" स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।. Guardian.co.uk (2007-08-31).