मानवता के मौखिक एवं अमूर्त विरासत की श्रेष्ठ कृतियाँ
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सन २००१ में यूनेस्को के महानिदेशक ने मानवता के मौखिक एवं अमूर्त विरासत की श्रेष्ठ कृतियों की घोषणा की थी ताकि मानवता के अमूर्त विरासतों के प्रति भी लोगों को जागृत किया जा सके।