मध्य प्रदेश के ज़िले
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मध्यप्रदेश में कुल जिलो को संख्या 52 है तथा चार जिले सतना से मैहर, उज्जैन से नागदा, गुना से चाचौड़ा एवं देवास से बागली प्रस्तावित हैं अगर इन 4 जिलों को मान्यता मिल गयी तो प्रदेश में 56 जिले हो जाएंगे
इतिहास
•1956 में गठन के समय कुल जिले 43 थे।
•1972 में 2 जिले बनाए गए 43+2=45
-भोपाल -राजनांदगांव
•1998 में बड़े जिलों से 16 नए जिले बनाए गए जिनसे मध्यप्रदेश में कुल जिलों की संख्या 61 हो गई। 45+16=61 जिनमें से 16 जो नए जिले बनाए थे उनमें से 7 जिले वर्तमान में मध्यप्रदेश में है।
•2000 में मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ को अलग राज्य बनाया गया और 16 जिले इस राज्य में दिए गए इस प्रकार मध्यप्रदेश में जिलों कि संख्या पुनः 45 हो गई।
•छत्तीसगढ़ विभाजन के समय मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह थे।
•2003 में पुनः 3 नए जिले बनाए गए इस समय मुख्यमंत्री सुश्री उमा भारती जी थे जो कि मध्यप्रदेश की प्रथम महिला सीएम है। तीन नए जिले इस प्रकार है -
-अनूपपुर -बुरहानपुर -अशोकनगर
इस प्रकार जिलों कि कुल संख्या 45+3=48 हो गई।
•2008 में 2 नए जिले बनाए गए इस समय सीएम श्री शिवराज सिंह चौहान थे।
-अलीराजपुर (झाबुआ से) -सिंगरोली (सीधी से)
जिलों की संख्या 48+2=50
•16 अगस्त 2013 में एक नया जिला बनाया गया।
-आगर मालवा (शाजापुर से)
कुल जिले 50+1=51
•1 अक्टूबर 2018 में एक ओर नया जिला बनाया गया।
-निवाड़ी (टीकमगढ़ से)
कुल जिले 51+1=52
•18 मार्च 2020 को 3 नए जिलों को मंजूरी प्रदान की गई। सीएम - श्री कमलनाथ
-मैहर (सतना से) -नागदा (उज्जैन से) -चाचौड़ा (गुना से)
इस प्रकार मध्यप्रदेश में कुल जिले 52+3=55
इसी प्रकार मध्यप्रदेश में वर्तमान में कुल 55 जिले और 10 संभाग है।
सन्दर्भ