भारत के राष्ट्रवादी आन्दोलन

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भारत में भारत के लोगों के हित के प्रश्नों को उठाने के लिये जन-आन्दोलन के रूप में कई राष्ट्रवादी आन्दोलन चलाये गये। इन आन्दोलनों में लोगों को स्वयं कार्यवाही करने के लिये उत्साहित किया जाता था या निवेदन किया जाता था। यद्यपि इन आन्दोलनों के कारण प्रत्यक्ष रूप से भारत को स्वतन्त्रता नहीं मिली (जिसके अनेकों कारण हैं), किन्तु इनसे भारत के लोगों में राष्ट्रवाद की भावना भर गयी। अनेक लोगों ने सरकारी कार्य छोड़ा, स्कूल, कारखाने और सेवाएँ छोड़ी।

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