भारतीय कृषि सांख्यिकी अनुसंधान संस्थान

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चित्र:Agriculture, Tractor and Rural life in India Red Chili Peppers.jpg

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भारतीय कृषि सांख्यिकी अनुसंधान संस्थान (Indian Agricultural Statistics Research Institute / IASRI) भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अधीन एक संस्था है। यह कृषि प्रयोगों के लिए नई तकनीकों के विकास एवं कृषि से सम्बन्धित आंकड़ों के विश्लेषण का कार्य करती है। यह नई दिल्ली में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के प्रांगण में स्थित है। यह पशुओं एवं पादपों के प्रजनन से सम्बन्धित सांख्यिकीय तकनीकों में विशेषज्ञता रखती है।

उद्भव एवं विकास

1930 - भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के तहत सांख्यिकीय अनुभाग का सृजन

1940 - डॉ॰ पी.वी. सुखात्मे की नियुक्ति के बाद से अनुभाग की गतिविधियों में तेजी आई

1945 - कृषि सांख्यिकी के क्षेत्र में अनुसंधान और प्रशिक्षण केन्द्र के रूप में सांख्यिकीय अनुभाग का सांख्यिकीय शाखा के रूप में पुनर्गठन 1949 - भा.कृ.अ.प. के सांख्यिकीय स्कंध के रूप में पुनःनामकरण

1955 - सांख्यिकीय स्कंध अपने वर्तमान परिसर में स्थानान्तरित हुआ

1959 - कृषि सांख्यिकी अनुसंधान संस्थान (आई.ए.आर.एस.) के रूप में पुनर्निमित हुआ

1970 - भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद प्रणाली में इसे निदेशक की अगुआई में पूर्ण संस्थान का दर्जा हांसिल हुआ

1985-86 - कृषि में कम्प्यूटर अनुप्रयोग में एम.एस-सी. डिग्री का नया पाठ्यक्रम शुरू किया गया

1993-94 - कृषि में कम्प्यूटर अनुप्रयोग में दी जाने वाली एम.एससी. डिग्री को एम.एससी. (कम्प्यूटर अनुप्रयोग) में परिवर्तित किया गया

1995 - भा.कृ.अ.प. के शिक्षा प्रभाग द्वारा कृषि सांख्यिकी एवं कम्प्यूटर अनुपयोग में उच्च अध्ययन केन्द्र स्थापित किया गया

1998 - संस्थान के चार प्रभागों का नाम बदलकर प्रतिदर्श सर्वेक्षण, परीक्षण अभिकल्पना, जैवमिति एवं कम्प्यूटर अनुप्रयोग प्रभाग किया गया

2004 - कृषि शिक्षा पर राष्ट्रीय सूचना-तंत्र (निसेजनेट) परियोजना आरम्भ की गयी

2006 - कृषि अनुसंधान में सांख्यिकी एवं सूचना पर अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन

2007 - कृषि जैवसूचना प्रयोगशाला (ए.बी.एल.) की स्थापना

लक्ष्य और कार्य

  • मौलिक, व्यावहारिक और अनुकूल अनुसंधान करना ताकि कृषि अनुसंधान संबंधी समस्याओं को दूर करने में सांख्यिकी तकनीकों को लागू करने के बीच की खई को पाटने के लिए कृषि सांख्यिकी और संबंधित क्षेत्रों में नई विकास किए जा सकें।
  • राष्ट्रीय कृषि प्रणानी विकसित करने और उसे सुदृढ़ बनाने में सहायता करना।
  • कृषि सांख्यिकी और कंप्यूटर अनुप्रयोग में स्नातकोत्तर और सेवाकालीन प्रशिक्षण पाठ्यक्रम चलाना।
  • कृषि वैज्ञानकि, याजनाकारों, नीति निर्माताओं और अन्य को उनकी सांख्यिकी एवं कंप्यूटर संबंधी जरूरतों में सहलाहकारी/परामर्श सेवाएं प्रदान करना।
  • अनुसंधान और सूचनाओं के प्रसार के लिए कृषि सांख्यिकी संबंधी सूचनाओं के भण्डार के रूप में काम करना।
  • कृषि सांख्यिकी और कंप्यूटर अनुप्रयोग में शिक्षा एवं प्रशिक्षण के लिए संस्थान को श्रेष्ठ एवं अग्रणि केन्द्र के रूप में विकसित करना।
  • भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के संस्थानों, राज्य कृषि विश्वविद्यालयों और राज्य कृषि /पशुपालन/पशु चिकित्सा विभागों इत्यादि के साथ संपर्क करना और राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के लिए प्रायोजित अनुसंधान कार्य करना।

बाहरी कड़ियाँ