बोइंग एक्स-51 वेवराइडर
एक्स-51 वेवराइडर X-51 Waverider | |
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एक्स-51ए के कलाकार की अवधारणा | |
प्रकार | रोबोट उड़ान प्रदर्शक, हाइपरसोनिक टेस्ट विमान |
साँचा:nowrap | संयुक्त राज्य अमेरिका |
उत्पादक | बोइंग |
प्रथम उड़ान | 26 मई 2010 |
स्थिति | उड़ान परीक्षण |
प्राथमिक उपयोक्ता | संयुक्त राज्य वायुसेना |
साँचा:nowrap | 4[१] |
बोइंग एक्स 51 वेवराइडर (Boeing X-51 Waverider) एक मानवरहित अनुसंधान स्कैमजेट विमान है जो हाइपरसोनिक उड़ान के लिए उपयोग होगा। यह मैक 5 (5,300 किमी/घं) और 21,000 किलोमीटर की ऊंचाई पर उड़ सकता है। 2005 में विमान को एक्स-51 नामित किया गया था। इसने 26 मई 2010 को अपना पहला पावर हाइपरसोनिक फ्लाइट पूरा किया था। दो असफल परीक्षण उड़ानों के बाद, एक्स-51 ने 1 मई 2013 को छह मिनट से ज्यादा की और 210 सेकंड के लिए मैक 5 से अधिक की गति पर सबसे लंबे समय तक संचालित हाइपरसॉनिक उड़ान के लिए गति की उड़ान पूरी कर ली।
वेवराइडर सामान्य तौर पर विमान को संदर्भित करता है जो अपने स्वयं के शॉक तरंगों द्वारा उत्पादित संपीड़न से लिफ्ट करने के लिए लाभ उठाते हैं। एक्स-51 कार्यक्रम संयुक्त राज्य वायुसेना, डीएआरएपीए, नासा, बोइंग, और प्रैट एंड व्हिटनी रॉकेटिनी द्वारा एक सहकारी प्रयास था। संयुक्त राज्य वायुसेना अनुसंधान प्रयोगशाला (एएफआरएल) के भीतर एरोस्पेस सिस्टम डायरेक्टोरेट द्वारा कार्यक्रम का प्रबंधन किया गया था।[२][३] एक्स-51 तकनीक का प्रयोग हाई स्पीड स्ट्रीक हथियार में किया जाएगा, जो कि मैक 5+ गति वाली मिसाइल होगी इसे 2020 के मध्य में सेना में शामिल किया जा सकता है।
डिजाइन और विकास
1990 के दशक में, वायु सेना अनुसंधान प्रयोगशाला (एएफआरएल) ने हाइपरसोनिक प्रणोदन के लिए हाईटेक कार्यक्रम शुरू किया। प्रैट एंड व्हिटनी को हाइड्रोकार्बन-इंधन वाला स्कैमजेट इंजन विकसित करने के लिए वायु सेना अनुसंधान प्रयोगशाला से एक अनुबंध प्राप्त हुआ, हाइड्रोकार्बन-इंधन वाला स्कैमजेट इंजन से एसजेएक्स 61 इंजन का विकास हुआ था। एसजेएक्स 61 इंजन मूलतः नासा एक्स-43 सी के लिए था, जो अंततः रद्द कर दिया गया था। 2003 के अंत में इस इंजन को वायु सेना अनुसंधान प्रयोगशाला के स्कैमजेट इंजन प्रदर्शक कार्यक्रम में लागू किया गया था।[४] 27 सितंबर 2005 को स्कैमजेट फ्लाइट टेस्ट वाहन को एक्स-51 नाम से नामित किया गया।[५]
उड़ान प्रदर्शनों में, एक्स-51 को बी-52 विमान द्वारा लगभग 50,000 फुट (15 किमी; 9.5 मील) की ऊंचाई तक ले जाया जाता है और फिर प्रशांत महासागर के ऊपर से गिरा दिया जाता है।[६] एक्स-51 को शुरू में एक ठोस रॉकेट बूस्टर द्वारा लगभग मैक 4.5 (4,800 किमी/घं) की गति तक प्रेरित किया गया। फिर रॉकेट बूस्टर को वाहन से अलग कर दिया जाता है। और वाहन को प्रैट एंड व्हिटनी के एसजेवाई 61 स्क्रैमजेट इंजिन द्वारा मैक 6 (6,400 किमी/घं) के निकट एक शीर्ष उड़ान की गति दी जाती है।[७][८] एक्स-51 एसजेवाई 61 स्क्रामजेट के लिए जेपी-7 ईंधन का उपयोग करता है, जो अपने साथ 120 किलोग्राम ईधन लेकर जाता है।[१]
विशेष विवरण
- कर्मी दल: कोई नहीं
- लंबाई: 25 फीट इंच (7.62 मीटर)
- खाली वजन: 4,000 पौंड (1,814 किलोग्राम)
- अधिकतम गति: >3,900 मील प्रति घंटा (>6,200 किमी/घंटा)
- अधिकतम गति: मैक >5.1
- रेंज: 460 मील (740 किमी)
- सेवा की अधिकतम सीमा: 70,000 ft (21,300 m)
इन्हें भी देखें
- हाइपरसोनिक प्रौद्योगिकी प्रदर्शक वाहन (विकासाधीन भारतीय हाइपरसोनिक वाहन)
- डब्ल्यूयू-14
सन्दर्भ
- ↑ अ आ इ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ Warwick, Graham. "X-51A to demonstrate first practical scramjet" साँचा:webarchive. Flight International, 20 July 2007.
- ↑ स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ "Successful Design Review and Engine Test Bring Boeing X-51A Closer to Flight" साँचा:webarchive. Boeing, 1 June 2007. Retrieved: 28 July 2008.
- ↑ "X-51A Waverider flight planned for May 25" साँचा:webarchive. US Air Force, 20 May 2010. Retrieved: 20 May 2010.
- ↑ "X-51A Waverider Backgrounder" साँचा:webarchive. Boeing, September 2012.