बासु भट्टाचार्य
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हिन्दी में प्रयोगधर्मी फिल्में बनाने वाले बासु भट्टाचार्य अपने शुरुवाती दौर में बिमल राय के सहायक थे । बतौर निर्देशक उनकी पहली फिल्म थी - तीसरी कसम ! परंतु ये फिल्म किसी तरह ही बनी ! बहुत घिसटते घिसटते ! फिल्म बनने के अंत तक बासु सचमुच फिल्म कर रहे थे इसमे संदेह है! उनकी बाकी फिल्में बिल्कुल अलग ही कथ्य वाली हैं !
अनुभव , आविष्कार और गृहप्रवेश एक लंबी कहानी की ट्रिलजी है। आस्था फिल्म दाम्पत्य जीवन की कहानी के सेक्स के पहलू पर एक बोल्ड सी फिल्म है !