बागड़ी
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यह एक प्राचीन बोली है यह पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और अन्य राज्यों के क्षेत्रों व पाकिस्तान के कई गांवों में बोली जाती है माना जाता है कि यह बोली जाट जाति जो कि पहले मराठा वंशज थे उन्होंने इस बोली कई क्षेत्रों में फैलाया इस जाती के खून में देशभक्ति होती है लेकिन ज्ञान की कमी के कारण ये अपने गुण को विकसित नहीं कर पाये है लेकिन इनके कुल मे मान्यतानुसार जो पुरुष देशभक्त,ज्ञानी,विज्ञानी, दयालु, बुद्धिमान और विशाल सोच वाला होगा वह कम उम्र में इतिहास रचेगा[१]
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