प्रायश्चित्त (नाटक)
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प्रायश्चित्त हिन्दी के प्रसिद्ध नाटककार एवं कवि जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित एकांकी नाटक है। इसका प्रकाशन सन् १९१४ ई॰ में 'इन्दु' में हुआ था।
परिचय
'प्रायश्चित्त' छह दृश्यों का एकांकी नाटक है जो जयचन्द द्वारा यवनों को बुलाकर पृथ्वीराज चौहान को पराजित करवाने के बाद उसके हृदय में उत्पन्न पश्चात्ताप-भाव पर केन्द्रित है। यह प्रसाद जी के साहित्यिक व्यक्तित्व के निर्माण-काल का नाटक है।
इस नाटक के सन्दर्भ में डॉ॰सत्यप्रकाश मिश्र ने लिखा है : साँचा:quote