प्रतिप्रोटोन संचयक
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प्रतिप्रोटोन संचयक (साँचा:lang-en सर्न में प्रतिद्रव्य के भण्डारण और अवमन्दन के लिए बनाई गयी निर्माणशाला थी, जिसका उद्देश्य प्रतिद्रव्य का अध्ययन करना और प्रति-हाइड्रोजन के परमाणुओं का निर्माण करना था। इसका निर्माण ७० के दशक के अन्त में किया गया और "प्रोटॉन-प्रतिप्रोटोन संघट्टक" के निर्माण के लिए इन उच्च ऊर्जा से त्वरित प्रतिप्रोटोनों को सुपर प्रोटॉन सिंक्रोट्रॉन में प्रवेशित किया जाता था।[१]
सन्दर्भ
- ↑ स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।