पेस्टिवाइरस

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पेस्टिवाइरस रोग

पेस्टिवाइरस फ्लेविविरिदे परिवार में विषाणुओं का एक जीनस है। जो विषाणुऐं पेस्टिवाइरस के जीनस में हैं वह स्तनधारियों, बोविदे परिवार के सदस्य (पशु, भेड़, बकरियाँ शामिल हैं पर उन तक सीमित नहीं) और सुइदे परिवार(सुअर के कई जाति शामिल हैं) को संक्रमित करते हैं। वर्तमान में इस जिनस में चार जाति हैं बोवईन वायरल दस्त वाइरस १ के प्रकार जाति को समेत। इस जीनस से संबंधित रोग: रक्तस्रावी सिंड्रोम, गर्भपात, घातक श्लैष्मिक रोग[१]

विरिअन संरचना

छा, गोलाकार, व्यास में लगभग ५० एनएम। प्रौढ़ विरिअन में कैप्सिड प्रोटीन के अलावा तीन वाइरस-इनकोडेड झिल्ली प्रोटीन(अर्न्स, ई१, ई२) भी शामिल हैं। जीनोम रेखिक और गैर-खंडों, लंबाई में लगभग १२ केबि है।

जीनोम

पेस्टिवाइरस विषाणुओं में सकारात्मक-भावना आरएनए(कैप्सिड प्रोटीन) कि एक लड़ है। वह १२.५ किलोबेस लंबि है। कभि-कभि विरिअन में जानवर के जीनोम के अनुभाग मौजूद होते हैं जो की प्रतिलिपि किए गए हैं, हालांकि यह आम तौर पर नहीं होता। जीनोम के तीसरे अंत पर कोई पाली-ए नहीं है। इसका मतलब है इन विषाणुओं में कोई पोस्ट-ट्रांसक्रिप्शनल आशोधन नहीं हैं और सरल आरएनए जीनोम हैं। जीनोम में आरएनए दोनों संरचनात्मक और गैर-संरचनात्मक का कूटलेखन करने शामिल है। पेस्टिवाइरस का आणविक जीव विज्ञान और मानव हेपसिवाइरसों में काफी समानताएँ और विशेषताएँ हैं। जीनोम संगठन और अनुवाद रणनीति दोनो पीढ़ी के लिए अत्यधिक समान हैं। बीवीदीवी के लिए बार-बार नोनहोमोलोगस आरएनए पुनर्संयोजन आयोजन आनुवंशिक रूप से अलग विषाणुओं की उपस्थिति होति है जो मेज़बान के लिए जानलेवा हैं। [२]

ट्रांसमिशन और रोकथाम

पेस्टिवाइरस आॅस्ट्रेलिया में बडे़ पैमाने पर है, खासकर पशु में। कुछ वयस्क मवेशी इस रोग से मुक्त हैं जबकि कुछ जीवन भर इसके वाहक हैं। पेस्टिवाइरस के टीके मौजूद हैं और टीके का सहि लड़ देना चाहिए। यह टीका प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने के लिए सामान्य तौर पर देना चाहिए।

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