पितृवंश
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- अगर आप पितृवंश के बारे में आनुवंशिकी (यानि जॅनॅटिक्स) सम्बन्धी जानकारी ढूंढ रहें हैं तो कृपया मनुष्य पितृवंश समूह का लेख देखिये
पितृवंश पूर्वजों का ब्यौरा देने की उस प्रणाली को कहते हैं जिसमें पिता और फिर उसकी पुरुष पूर्वजों को देखते हुए वंश खींचा जाए। पितृवंशीय व्यवस्था किसी उस सामाजिक प्रणाली को कहते हैं जिसमें कोई व्यक्ति पारिवारिक रूप से अपने पिता और उसके पितृवंश का भाग माना जाता है। आम तौर से पितृवंश व्यवस्था में कुल पुत्रों के द्वारा चलता है और परिवार का नेतृत्व उस परिवार में पैदा हुआ सबसे अधिक उम्र का पुरुष करता है। ऐसे समाजों में सम्पत्ति और उपाधियाँ भी बेटों को मिला करती है।
अन्य भाषाओँ में
'पितृवंशीय' को अंग्रेज़ी में 'पैट्रिलिनियल' (patrilineal) कहते हैं।
उदाहरण
भारतीय उपमहाद्वीप, ईरान और यूरोप में विस्तृत हिन्द-यूरोपीय जातियाँ पारम्परिक रूप से अपने समाजों में पितृवंशीय व्यवस्था रखा करती थीं।[१]
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ Social transformations in archaeology: global and local perspectives, Kristian Kristiansen, M. J. Rowlands, Psychology Press, 1998, ISBN 978-0-415-06789-8, ... From an analysis of ten stocks of Indo-European languages, Friedrich has proposed that earlier scholars, such as Delbruck, were essentially correct in deducing that 'ProtoIndo-European kinship was patriarchal, patrilineal and patrilocal ...