पराभव सामर्थ्य
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पदार्थ विज्ञान और इंजीनियरी में, पराभव बिन्दु (yield point), प्रतिबल-विकृति वक्र पर स्थित वह बिन्दु है जो उस पदार्थ के प्रत्यास्थता की सीमा को इंगित करता है। अर्थात यदि उस पदार्थ में प्रतिबल इतना अधिक हो जाय कि वह पराभव बिन्दु से भी अधिक हो तो वह वस्तु प्लास्टिक वर्ताव दर्शाने लगती है (प्रतिबल कम करने पर विकृति कम नहीं होती)।
पराभव बिन्दु से आगे चले जाने पर उस पदार्थ में कुछ स्थायी विरूपण शेष रह जाता है, भले ही प्रतिबल शून्य कर दिया जाय।