नीलम
नीलम | |
---|---|
![]() |
|
सामान्य | |
वर्ग | खनिज विविध |
रासायनिक सूत्र | अल्यूमिनियम भस्म, Al2O3 |
पहचान | |
वर्ण | लाल के सिवाय हरेक रंग (लाल माणिक्य है) |
क्रिस्टल हैबिट | भारी एवं ग्रैन्यूलर |
क्रिस्टल प्रणाली | ट्राईगोनल |
क्लीवेज | नहीं |
फ्रैक्चर | कॉन्कॉएडल, स्प्लिन्टरी |
मोह्ज़ स्केल सख्तता | 9.0 |
चमक | काँचमय |
रिफ्रैक्टिव इंडेक्स | 1.762-1.778 |
ऑप्टिकल गुण | Abbe number 72.2 |
प्लेओक्रोइज्म़ | प्रबल |
स्ट्रीक | श्वेत |
स्पैसिफिक ग्रैविटी | 3.95-4.03 |
फ्यूजि़बिलिटी | इनफ्यूजि़बल |
घुलनशीलता | अघुलनशील |
अन्य लक्षण | तापीय प्रसार का गुणांक 5e-6–6.6e-6/K |
नीलम एक रत्न श्रेणी का खनिज है। यह अल्यूमिनियम भस्म (ऑक्साइड) (Al2O3) है, जब यह लाल के सिवाय अन्य वर्ण का होता है। नीलम प्रकृति में भी मिलता है, एवं कृत्रिम भी बनाया जाता है। अपनी उल्लेखनीय सख्तता के कारण कई अनुप्रयोगों में प्रयुक्त होता है, जैसे अधोरक्त दृष्टि सम्बन्धी उपकरण, घडी़ के क्रिस्टल, अर्धचालकों की डिपोसीशन हेतु जैसे कि।
प्राकृतिक नीलम
नीला नीलम

सुंदर वर्ण के नीलम
बर्ण बदलता नीलम
वर्ण बदलता नीलम बाहरी प्रकाश में नीला दिखता है और बल्ब की प्रकाश में पर्पल दिखता है। यह दिन के प्रकाश में गुलाबी (रंग) का एवं प्रतिदीप्त प्रकाश में हरीतिमा के संग दिखाई देता है।
सितारा नीलम
उपरत्न [१]
नीलम रत्न के उपरत्न दो होते हैं ज्यादातर ऐसा होता है की नीलम रत्न की कीमत ज्यादा होने के कारण कुछ व्यक्ति इसे नही करीद पाते है तो वे व्यक्ति नीलम रत्न के उपरत्न को खरीद कर पहन सकते है इसके उपरत्न जिन्हें लीलिया और जमुनिया कहते है । और व्यक्ति को इन उपरत्नों को पहनने से भी व्यक्ति दोष मुक्त हो जाता है
लीलिया
यह उपरत्न नीले रंग का ह्ल्के रक्तिम ललाई बाला होता है । और इस उपरत्न में नीलम की तरह चमक भी होती है । यह उपरत्न लीलिया गंगा तथा यमुना के किनारों पर मिलता है ।
जमुनिया
इस उपरत्न का रंग पके जामुन के जैसा होता है । तथा इसका रंग गुलाबी या ह्ल्के सफ़ेद रंग का भी होता है । यह उपरत्न चिकना तथा एक ओर से दूसरी ओर देखा जा सकता है । यह उपरत्न जमुनिया हिमालय छेत्र में पाया जाता है ।
व्यक्ति जब भी किसी रत्न को धारण करे तो उससे पहले ज्योतिष आचार्य से परामर्श अवश्य ले लेना चाहिए की ये रत्न आपके लिये लाभदायक है या हानिकारक इन सबके बारे में जानकारी अवश्य लें ।
पचार
खान
कृत्रिम नीलम
ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक सन्दर्भ
- नीला नीलम शनि ग्रह से सम्बन्धित है (Wojtilla, 1973), पीला नीलम बृहस्पति से वैदिक ज्योतिषशास्त्र के अनुसार। इसे संस्कृत में शनिप्रिय भी कहते हैं, जिसे बौद्ध भिक्षु मध्य एशिया ले गए थेजो बिगड़ कर शनिप्रिय से सपिर एवं सैपहाएर या सैफायर बन गया।
सन्दर्भ
- Scheel, Hans J. and Tsuguo Fukuda, Eds, 2003, Crystal Growth Technology, John Wiley & Sons ISBN 0-471-49059-8 (Available as PDFसाँचा:category handlerसाँचा:main otherसाँचा:main other[dead link]
- Wojtilla, G. Indian precious stones in the ancient East and West, Acta Orientakia (Budapest) 27, 2, 211-224.
- Sofianides, Anna S. and George E. Harlow, 1997, Gems & Crystals, Parkgate Books, pp. 44–55 ISBN 1-85585-391-4
- Texas Natural Science Center, Mineral Lore and Mythology, 2006
- Wedmineral Corundum Page Webmineral with extensive crystallographic and mineralogical information on Corundum
- Farlang Sapphire References Historical resources on Sapphires, mining, famous gems etc.
- Mindat Sapphire page Mindat with extensive locality information
- ICA's Sapphire page International Colored Stone Sapphire page
- ↑ स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।