नीलगिरि पर्वत
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नीलगिरि पर्वत | |
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उच्चतम बिंदु | |
शिखर | डोड्डाबेट्टा तमिलनाडु |
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सूचीयन | अल्ट्रा |
नामकरण | |
हिन्दी अनुवाद | नीला पर्वत |
भूगोल | |
स्थान | तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक |
देश | साँचा:enum |
राज्य | साँचा:enum |
राज्य/प्रांत | साँचा:enum |
जिला | साँचा:enum |
बस्ती | साँचा:enum |
मातृ श्रेणी | पश्चिमी घाट |
सीमा निर्माण | साँचा:enum |
उपविभाग | साँचा:enum |
टोपोग्राफिक नक्शा | साँचा:if empty |
भूविज्ञान | |
चट्टान पुरातनता | साँचा:if empty |
पर्वत प्रकार | भ्रंश पर्वत[१] |
चट्टान प्रकार | साँचा:enum |
साँचा:if empty | |
आरोहण | |
सरलतम मार्ग | NH 67 या नीलगिरि पर्वतीय रेलवे |
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नीलगिरि (साँचा:lang-ta, Badaga: நீலகி:ரி या 'नीले पहाड़') भारत के दक्षिणी भाग में स्थित एक पर्वतमाला है। यह पर्वतमाला पश्चिमी घाट श्रृंखला का हिस्सा हैं। इस क्षेत्र में बहुत से पर्वतीय स्थल हैं जो इसे उपयुक्त पर्यटन केंद्र बनाते हैं। नीलगिरि पर्वत श्रृंखला का कुछ हिस्सा तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल में भी। यहां की सबसे ऊंची चोटी डोड्डाबेट्टा है जिसकी कुल ऊंचाई 2637 मीटर है।[२]
इतिहास
नीलगिरि का इतिहास 11वीं और 12वीं शताब्दी से शुरु होता है। इसका सर्वप्रथम उल्लेख शिलप्पदिकारम में मिलता है। नीलगिरि उन सभी शासक वंशों का हिस्सा रहा जिन्होंने दक्षिण भारत पर शासन किया।