निडर नाडिया

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निडर नाडिया
Fearless Nadia in 11 O'Clock (1948).jpg
निडर नाडिया 11 O'Clock (1948) में
जन्म 8 January 1908
पर्थ, पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया
मृत्यु 9 January 1996(1996-01-09) (उम्र साँचा:age)
मुम्बई, महाराष्ट्र, भारत
व्यवसाय फिल्म अभिनेत्री व स्टंट नायिका
जीवनसाथी होमी वाडिया

मेरी एन इवांस उर्फ मेरी इवांस वाडिया उर्फ निडर नाडिया (8 जनवरी 1908 – 9 जनवरी, 1996) भारतीय फिल्मजगत की एक अभिनेत्री और स्टंट नायिका थीं, जिन्हें 1935[१][२] में जारी साहसी नकाबपोश हंटरवाली[३] के रूप में याद किया जाता है। यह फिल्म भारतीय सिनेमा में महिलाओं को मुख्य भूमिका में प्रस्तुत करने वाली प्रारंभिक फिल्मों में शुमार है।[४]

जीवनी

प्रारंभिक जीवन

निडर नाडिया का जन्म 8 जनवरी 1908 में पर्थ, पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया हुआ था। उनका मूल नाम मेरी एन इवांस था। वह मार्गरेट व स्कॉटलैंड के मूल निवासी हर्बट इवांस की बेटी थी। हर्बट ब्रिटिश सेना में एक स्वयंसेवक थे और भारत आने के पहले वे ऑस्ट्रेलिया में रहते थे। मेरी महज एक एक वर्ष की थीं जब उनके पिता के रेजिमेंट की बॉम्बे के लिये बदली कर दी गई। इस तरह मेरी 1913 में पांच साल की उम्र में अपने पिता के साथ बॉम्बे चली आईं।

1915 में प्रथम विश्व युद्ध के दौरान जर्मनों के हाथों उनके पिता की असामयिक मृत्यु के फलस्वरूप उनका परिवार पेशावर (अब पाकिस्तान) में जा बसा। उत्तर-पश्चिम सीमांत प्रांत (अब खैबर पख्तूनख्वा) में रहने के दौरान उन्होंने वह घुड़सवारी, शिकार, मछली पकड़ना और निशाना लगाना सीखा। 1928 में मेरी अपनी मां और भाई रॉबर्ट जोन्स, जिनके बारे में बहुत ज्यादा मालूमात नहीं है, से साथ बॉम्बे लौट आईं और यहाँ मैडम एस्ट्रोवा से बैले नृत्य सीखा।

नाडिया ने पहले पहल बॉम्बे के सेना और नौसेना दुकानों में बतौर सेल्सवुमन नौकरी की, फिर "एक बेहतर नौकरी पाने" हेतु शार्टहैंडटाइपिंग भी सीखना चाहती थीं। एस्ट्रोवा की मंडली ब्रिटिश सैनिकों के लिये सैन्य ठिकानों पर और भारतीय राजघरानों और आम लोगों के लिये धूल भरे छोटे कस्बों और गांवों में प्रदर्शन करती फिरती। यहीं उन्होंने गुलाटी मारना (cartwheel) जैसे करतबों में महारत हासिल की, जो बाद में फिल्म के स्टंट करने में बेहद काम आई[५]

फिल्मी करियर

हंटरवाली (1935) के पोस्टर में नाडिया

नाडिया ने बतौर थियेटर कलाकार भारत के कोने कोने में भ्रमण किया और १९३० में जार्को सर्कस में काम करने लगीं। फिल्मों से उनका परिचय वाडिया मूविटोन के जे.बी.एच (जमशेद) वाडिया ने कराया। अविश्वास के बावजूद जमशेद ने नाडिया को देश दीपक और नूर-ए-यमन जैसी फिल्मों में छोटी मोटी भुमिकायें दीं। इनमें प्रसिद्धि पाने पर और सर्कस मे उनके कार्यानुभव को देखते हुये, जमशेद और उनके भाई ने नाडिया को स्टार बनाने का फैसला लिया।

विरासत

1993 में नाडिया के पड़पोते रियाद विंची वाडिया ने उनके जीवन और फिल्मों पर एक वृत्तचित्र "फीयरलेसः द हंटरवाली स्टोरी" का निर्माण किया। इसे 1993 के बर्लिन अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में देखकर डोरोथी वेनर नामक एक जर्मन स्वतंत्र लेखक ने फियरलेस नाडियाः द ट्रू स्टोरी ऑफ बालिवुड्स ओरिजिनल स्टंट क्वी की रचना की, जिसका 2005 में अंग्रेजी में अनुवाद किया गया। माना जाता है विशाल भारद्वाज की हिंदी फिल्म रंगून नाडिया के जीवन और समय पर आधारित है, फिल्म में उनका किरदार कंगना राणावत ने निभाया।[६]

व्यक्तिगत जीवन

नाडिया का विवाह होमी वाडिया से 1961 में हुआ।

सन्दर्भ

  1. Mary Evans Wadia, aka Fearless Nadia Biography स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।, tifr.res.in; accessed 22 November 2015.
  2. Hunterwali (1935) स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। NFAI.
  3. साँचा:cite book
  4. साँचा:cite web
  5. साँचा:cite web
  6. साँचा:cite news

बाहरी कड़ियाँ