दुर्गावती नदी
दुर्गावती (( दुरगौती , दुर्गाति )) | |
नदी | |
देश | भारत |
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नगर | दुर्गावती |
स्रोत | खादर कोह (रोहतास पठार) |
- स्थान | बिहार, भारत |
- ऊँचाई | ९० मी. (२९५ फीट) |
मुहाना | कर्मनाशा नदी |
दुर्गवती नदी (जिसे दुर्गाती या दुर्गौती भी कहा जाता है और दुर्गावती के रूप में लिखा जाता है) जो भारत के बिहार राज्य के कैमुर जिले से बहती हैै, कर्मनाशा नदी की एक सहायक नदी है।[१][२]
जलमार्ग
दुर्गावती का स्रोत कर्मनासा के स्रोत के पूर्व में लगभग 11 किलोमीटर (7 मील) की दूरी पर स्तिथ है। यह एक 6 से 9 मीटर (20 से 30 फीट) चौड़ी चट्टानी पेटा है। यह धारा लगभग 14 किलोमीटर (9 मील) उत्तर में बढ़ने के पठार भूमि की चट्टानी सीमा को लांघकर खादर कोह (90 मीटर) नाम की गहरी घाटी के मुख में गिरती है।[१] वहां तीन अन्य धाराएँ इससे आकर जुड़ती हैं, जो खुद तुर्कन खारवार्स पठार पर उभरतीं हैं और उसी घाटी के मुख में आकर गिरतीं हैं। ये तीन धाराएँ हैं लोहरा, हतियादुब और कोठस। कर्मनाशा दुर्गावती को दाहिने किनारे की सहायक नदी के रूप में शामिल करती है।[३]
प्रपात
दुर्गावती प्रपात रोहतास पठार के छोर पर स्तिथ 80 मीटर (260 फ़ीट) ऊँचा जलप्रपात है।[३]
दुर्गावती जलाशय परियोजना
दुर्गावती जलाशय जिसे करमचत बांध भी कहा जाता है, कैमुर जिले के करमचत गांव के पास स्थित एक जल भंडारण बांध है। इस परियोजना के लिए आधारशिला 1976 में जगजीवन राम ने रखी थी, जो उस समय केंद्रीय मंत्री थे। यहाँ कुदरा-चेनारी-मलाहिपुर सड़क के माध्यम से पहुंचा जा सकता है।