दुबई क्रीक
दुबई क्रीक (साँचा:lang-en), दुबई, संयुक्त अरब अमीरात में स्थित एक खारे जल की खाड़ी हैं। इससे पहले यह रास अल खोर वन्यजीव अभयारण्य का हिस्सा था, लेकिन नई दुबई कैनाल के हिस्से के रूप में अब यह फ़ारस की खाड़ी तक फैली हुई हैं। कुछ स्रोतों का कहना है कि खाड़ी, अंतराल में अल ऐन तक विस्तारित था, और प्राचीन यूनानियों ने इसे जारा नदी नाम दिया था।[१]
इतिहास
इतिहास के अनुसार, क्रीक ने शहर को दो मुख्य वर्गों में विभाजित किया - देइरा और बुरे दुबई। इसके बुरे दुबई क्रीक क्षेत्र में बानी यास जनजाति के लोग पहली बार 19वीं शताब्दी में बस गए, और शहर में अल मकतौम राजवंश की स्थापना की।[२] 20वीं शताब्दी की शुरुआत में, क्रीक, हालांकि बड़े पैमाने पर परिवहन हेतु अक्षम था, लेकिन फिर भी भारत या पूर्वी अफ्रीका से आने वाले नावों के लिए एक छोटी बंदरगाह के रूप में सेवारत था।[३] यद्यपि यह तेज जलप्रवाह के कारण जहाजों की प्रविष्टि में बाधा उत्पन्न करता हैं, क्रीक, शहर में एकमात्र बंदरगाह होने के कारण दुबई की व्यावसायिक स्थिति स्थापित करने में एक महत्वपूर्ण तत्व रहा। दुबई का मोती उद्योग, जिसने शहर की अर्थव्यवस्था का मुख्य क्षेत्र बनाया, मुख्यतः 1930 के दशक में सुसंस्कृत मोती कि खेती के आविष्कार से पुर्व क्रीक पर ही आधारित था। मत्स्य पालन, उस समय भी एक महत्वपूर्ण उद्योग भी, क्रीक पर आधारित था, जिसका गर्म और उथले पानी समुद्री जीवन की एक विस्तृत विविधता का पालन करता था।[४]
पारगमन
वर्तमान पारगमन, क्रमशः उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पूर्व में:
- अल शिंदघा सुरंग
- अल मकतौम ब्रिज
- झुलता पुल (अस्थाई; भविष्य में "दुबई स्माइल" पुल से प्रतिस्थापित)
- अल गरहौद ब्रिज
- बिजनेस बे क्रॉसिंग
भविष्य/नियोजित पारगमन:
- दुबई स्माइल (झुलता पुल को बदलने के लिए)
- शेख रशीद बिन सईद क्रॉसिंग (अल जद्दाफ और बुरे दुबई को जोड़ने के लिए)
2000 के दशक के विकास
सितंबर 2007 में, खाड़ी में 484 मिलियन यूएई दिरहम (यूएस $132 मिलियन) का विस्तार कार्य समाप्त हो गया था, अब यह शेख जयाद रोड पर मेट्रोपॉलिटन होटल के दक्षिण में समाप्त होता है। 9 नवंबर 2016 को दुबई जल नहर के नाम से एक अंतिम 2.2-किलोमीटर विस्तार कार्य का उद्घाटन किया गया।[५] इसके अतिरिक्त, दुबई क्रीक पर सात द्वीपों के नाम से जाना जाने वाला एक नया प्रोजेक्ट " द लैगून्स" प्रस्तावित किया गया हैं। दुबई क्रीक के लिए तीन अतिरिक्त पुलों की योजना बनाई जा रही है, वो हैं सातवाँ क्रॉसिंग, अल शिंदघा ब्रिज और पांचवाँ ब्रिज।[६]
सन्दर्भ
- ↑ स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
- ↑ Dubai स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।. T. Carter, L Dunston. Lonely Planet. 2006
- ↑ Doing Business with the United Arab Emirates स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।. Terterov, Marat. GMB Publishing Ltd. 2006
- ↑ साँचा:cite web साँचा:small . Department of Tourism and Commerce Marketing. Government of Dubai
- ↑ स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
- ↑ Ahmed, Ashfaq. "Floating Bridge will stay till 2014" स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।, GulfNews.com, 6 November 2009