दीपा कर्मकार
व्यक्तिगत जानकारी | ||||||||||||||||
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पूरा नाम | दीपा कर्मकार | |||||||||||||||
उपनाम | गोल्डन गर्ल | |||||||||||||||
जन्म | साँचा:br separated entries | |||||||||||||||
मृत्यु | साँचा:br separated entries | |||||||||||||||
कद | 4 ft 11 in | |||||||||||||||
खेल | ||||||||||||||||
देश | साँचा:flag | |||||||||||||||
पदक अभिलेख
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दीपा कर्मकार (बंगाली: দিপা কর্মকার , अंग्रेजी: Dipa Karmakar) (जन्म: 9 अगस्त 1993) एक कलात्मक जिम्नास्ट हैं जो 2016 ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। ओलंपिक में प्रतिभाग करने वाली वे पहली भारतीय महिला जिम्नास्ट हैं[१][२], और पिछले 52 वर्षों में ऐसा करने वाली वे प्रथम भारतीय, पुरुष अथवा महिला, जिम्नास्ट हैं।
आरंभिक जीवन एवं करियर
कर्मकार पूर्वोत्तर भारत के त्रिपुरा राज्य के अगरतला से आती हैं। उन्होंने 6 वर्ष की उम्र से ही जिम्नास्टिक्स आरंभ कर दिया था और उसी समय से अपनी कोच विश्वेश्वर नंदी के निर्देशन में अभ्यास कर रही हैं। जिम्नास्टिक्स की कक्षा में पंजीकरण के समय दीपा फ्लैट फीट (Flat feet) की समस्या से ग्रस्त थीं। कोच नंदी के अनुसार फ्लैट फीट के कारण दीपा की उछाल में समस्या आ रही थी। इसको ठीक करना दीपा और उनकी कोच के लिए एक चुनौतीपूर्ण कार्य रहा। 2007 में जलपाईगुड़ी में उन्होंने जूनियर नेशनल्स जीता। 2007 से दीपा ने राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में कुल 77 पदक जीते हैं जिनमें से 67 स्वर्ण पदक हैं।[३]
2016 ओलम्पिक
दीपा ने 2016 ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया। किसी भी ओलंपिक में प्रतिभाग करने वाली वे पहली भारतीय महिला जिम्नास्ट हैं[१][२], और पिछले 52 वर्षों में ऐसा करने वाली वे प्रथम भारतीय, पुरुष अथवा महिला, जिम्नास्ट हैं।
इस ओलम्पिक में उन्होंने फाइनल में अपनी जगह बनाई और फाइनल में भी वह मामूली से अंतर (0.150) से कांस्य पदक पाने से चूक गईं और चौथे स्थान पर रहीं। उन्होंने अति कठिन माने जाने वाले प्रोदुनोवा वॉल्ट का सफल प्रदर्शन किया जिसे आज तक विश्व में गिनती की ५ जिम्नास्ट ही सफलतापूर्वक पूरा कर सकी हैं। भले ही वह कोई पदक नहीं जीत पाई लेकिन इस उपलब्धि नें उन्हें भारतभर में प्रसिद्ध कर दिया।[४] भारत के महानतम क्रिकेट खिलाड़ियों में से एक सचिन तेंदुलकर ने कहा - जीतना और हारना खेल का हिस्सा है। आपने लाखों लोगों के दिल जीते और पूरे देश को आपकी उपलब्धि पर गर्व है।[४] बीजिंग ओलम्पिक में स्वर्ण पदक जीत चुके भआरतीय निशानेबाज़ अभिनव बिंद्रा ने कहा - दीपा कर्मकार आप मेरी हीरो हैं।[४]
सन्दर्भ
- ↑ अ आ साँचा:cite news
- ↑ अ आ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ अ आ इ साँचा:cite web