दस्ताने प्रिंट
दस्तानों का निशान या दस्ताने के छाप अपराध अनुसंधान का एक प्रमुख उपकरण है। ये उंगलियो के निशान के समान ही विशिष्ट होते हैं। उंगलियो के निशान की तरह ही ये भी पकड़ी गई चीज पर छप जाते हैं। कुछ व्यक्ति अपराध से पूर्व दस्ताने पहन लेते हैं ताकी किसी चीज पर भी उनके उंगलियो के निशान न आएं। इससे आपराधिक जाँच मुश्किल हो जाती है। इसका समाधान दस्तानों के निशान की पहचान है। दस्ताने पहनने वाले के उंगलियो के निशान तो नहीं मिलते हैं किंतु उनके द्वारा प्रयुक्त दस्तानों के निशान जरूर मिल जाते हैं। दस्तानों का निशान इकट्ठा करने के बाद जाँच अधिकारी उसका अन्य सबूतों के साथ मिलान कर सबूतों की पुष्टि करते हैं।
विभिन्न निशान वाले दस्ताने
- पतला, लेटेक्स, रबर या प्लास्टिक के दस्ताने
यह दस्ताने बहुत पतले और बहुत टाइट होते है। इसे उंगलियो के निशान आशानी से वस्तु पर छप सखते है।
- चमड़ा के दस्ताने
यह दस्ताने इसलिए पहने जाते है क्योंकी यह आराम से हाथों में फिट हो जाते है और वस्तु पकड़ने में कोई दिकत नहीं होती है। दस्ताने की सतह पर अनाज उपस्थित होता है। वह अनाज चमड़े की सतह प्रत्येक दस्ताने के लिए अनूठा बनाता है। ताकना और चमड़े के दस्ताने में गंदगी फास जाती है जहा हाथ लगया होता है। और यही गंदगी निशान बना देते है।
- ऊनी, सूती , या अन्य कपड़ा दस्ताने
यह दस्ताने जादा कर उपयोग होते है क्योंकी यह सस्ते होते है और आसानी से भी प्राप्त हो जाते है। कपड़े की बुनाई दस्ताने पैटर्न भी है कि दस्ताने के लिए अद्वितीय हो सकता है और जब एक अपराध स्थल पर एकत्र , दस्ताने है कि सबूत के रूप में लिया जाता है कि तुलना में हो सकता है।