त्वग्रक्तिमा

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साँचा:short descriptionसाँचा:infoboxसाँचा:main other त्वचा के या श्लेष्म कला के असामान्य रूप से लाल होने को त्वग्रक्तिमा (= त्वक् + रक्तिमा = त्वचा की लाली) कहते हैं। यह बाहरी रक्त केशिकाओं में रक्त का प्रवाह बढ़ जाने के कारण होती है। [१] प्रायः त्वचा पर कोई चोट लगने पर, संक्रमण होने पर, या जलन होने पर त्वचा लाल हो जाती है। लेकिन अन्य स्थितियों में भी त्वग्रक्तिमा देखने को मिलती है, जैसे- तंत्रिका अरुणायन[२].

सन्दर्भ

  1. साँचा:cite book
  2. erythema, Mosby's Medical, Nursing & Allied Health Dictionary, Fourth Edition, Mosby-Year Book 1994, p. 570