त्रिभुवन नारायण सिंह (8 अगस्त 1904 – 3 अगस्त 1982) भारत के एक राजनेता एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमन्त्री थे। वे 8 अक्टूबर 1970 से 4 अप्रिल 1971 तक मुख्यमन्त्री थे। बाद में १९७० से १९८१ तक वे पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रहे।
श्री त्रिभुवन नारायण सिंह
पूर्व मुख्यमंत्री , उत्तर प्रदेश
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जन्म
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वाराणसी, 8 अगस्त, 1904।
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शिक्षा
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शास्त्री़ काशी विद्यापीठ, वाराणसी।
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कार्यक्षेत्र
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राजनीति, पत्रकारिता, शिक्षा एवं समाजसेवा।
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शिक्षक
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एक योग्य एवं सफल शिक्षक रहे।
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राजनीति
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- सामान्य निर्वाचन के पहले वर्ष 1950 से 52 तक (प्रोविजनल) संसद के सदस्य।
- वर्ष 1952 और 1957 में लोक सभा सदस्य।
- दिनांक 8 जनवरी, 1965 से 2 अप्रैल, 1970 तथा 3 अप्रैल, 1970 से 2 अप्रैल, 1976 तक राज्य सभा सदस्य।
- वर्ष 1957-58 में लोक लेखा समिति के अध्यक्ष।
- वर्ष 1964-67 तक केंद्रीय उद्योग और पूर्ति तथा लौह और इस्पात मंत्री।
- 18 अक्टूबर, 1970 से 3 मार्च, 1971 तक [[उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री]] रहे।
- वर्ष 1977-80 तक पश्चिम बंगाल के राज्यपाल।
- वे एक जाने माने पत्रकार भी थे। इण्डियन डेली टेलीग्राफ, हिन्दुस्तान टाइम्स और नेशनल हेराल्ड जैसे प्रतिष्ठित समाचार पत्रों को अपना योगदान दिया।
- स्वतन्त्रता संग्राम की लड़ाई में भी कई बार बंदी रहे थे।
- वर्ष 1930-31, 1932 एवं 1942 में जेल भी गये।
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निधन
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3 अगस्त़ 1982 को वाराणसी में निधन हो गया।
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सन्दर्भ
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