तकलाकोट

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तकलाकोट (पुरंग)
Purang / སྤུ་ཧྲེང་ / 普蘭鎮

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सूचना
प्रांतदेश: पुरंग ज़िला, न्गारी विभाग, तिब्बत
जनसंख्या (?): ?
मुख्य भाषा(एँ): तिब्बती
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तकलाकोट (Taklakot), जिसे तिब्बती में पुरंग (སྤུ་ཧྲེང་རྫོང་, Purang Town) और चीनी में बुरंग (普蘭鎮, Burang Town) कहते हैं, तिब्बत के न्गारी विभाग के पुरंग ज़िले में स्थित एक शहर है जो पुरंग ज़िले की राजधानी भी है। यह भारत, तिब्बत और नेपाल के बीच में एक महत्वपूर्ण व्यापारिक और सांस्कृतिक केन्द्र भी रहा है। कैलाश और मानसरोवर के तीर्थों को जाते हुए हिन्दूबौद्ध तीर्थयात्री अक्सर तकलाकोट से गुज़रकर जाते रहे हैं। ४,७५५ मीटर (१३,२०५ फ़ुट) की ऊँचाई पर स्थित यह शहर कैलाश पर्वत से दक्षिण में घाघरा नदी (जिसे कर्णाली नदी और मापछु खमबाब के नामों से भी जाना जाता है) की घाटी में बसा हुआ है।[१][२] कुछ स्रोतों के अनुसार १९५५-१९६० तक तकलाकोट का ९०% खाने का सामान भारत से आया करता था।[३]

इन्हें भी देखें

बाहरी जोड़

सन्दर्भ

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  1. Tibet स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।, Robert Kelly, John Vincent Bellezza, pp. 240, Lonely Planet, 2008, ISBN 9781741045697, ... From Purang it's 74km north to the Chiu Monastery on the shores of Lake Manasarovar and another 33km from there to Darchen, starting point for the Mt Kailash kora ...
  2. Kailash Mansarovar: Tantrip to Heaven, Axis Mundi, Threesh Kapoor, Chandresh Shastri, pp. 23, J. Amba Edizioni, 2001, ISBN 9788886340267, ... In the Kailash Mansarovar region, only the Purang Valley is well populated with permanent houses, built of sun-dried bricks, little timber and bushes, covered with mud ...
  3. Prisoner in Red Tibet, Sydney Wignall, Hutchinson, 1957, ... He complained to us of the treatment meted out to the traders at Taklakot. Although the Chinese depended upon India for about ninety per cent of the foodstuffs required to feed their garrison, they were making things increasingly difficult for traders ... the Chinese were building new fortifications with materials that were brought from India ...