डार्मस्टाडियम
डार्मस्टाडियम / Darmstadtium रासायनिक तत्व | |
रासायनिक चिन्ह: | Ds |
परमाणु संख्या: | 110 |
रासायनिक शृंखला: | संक्रमण धातु |
आवर्त सारणी में स्थिति
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अन्य भाषाओं में नाम: | Darmstadtium (अंग्रेज़ी) |
डार्मस्टाडियम (अंग्रेज़ी:Darmstadtium) एक रासायनिक तत्व है। इसे Ds से प्रदर्शित किया जाता है। इसका परमाणु क्रमांक 110 है। यह एक अति रेडियोधर्मी पदार्थ है। इसका अर्धायु काल लगभग 10 सेकंड का होता है। इस पदार्थ का खोज वर्ष 1994 में डर्मस्टाद्ट, जर्मनी में रहने कुछ वैज्ञानिकों ने किया।
इतिहास
खोज
इसका खोज 9 नवम्बर 1994 में एक जर्मनी में रहने वाले वैज्ञानिक ने किया था। वह सीसा-208 और निकल-62 के साथ एक प्रयोग कर रहे थे। इसी दौरान इस नए तत्व का पता चला।[१]
जिस दल ने मिल कर यह प्रयोग किया, उसी ने इसके बाद इसी प्रकार का प्रयोग निकल-62 आयन और 271Ds के साथ किया। इससे यह पता चला की इसके 9 परमाणुओं का निकल के साथ सहसंबंध है।
नामकरण
चूँकि यह खोज जिस जगह हुई, उसका नाम डर्मस्टाद्ट था। इसी नाम ने इस तत्व का नाम रखा गया। खोजकर्ता दल ने इसका नाम विक्सहौसिउम (wixhausium) रखा था। जिसे परिवर्तित कर डार्मस्टाडियम रख दिया गया। 16 अगस्त 2003 में इसे शुद्ध और अनुप्रयोगिक रसायन का अंतरराष्ट्रीय संघ ने आधिकारिक रूप से इस नाम की अनुशंसा की।
समस्थानिक
यह एक समस्थानिक (Isotopes) पदार्थ है। यह एक अस्थाई पदार्थ है, इसलिए इसे समस्थानिक पदार्थ की सूची में रखा गया है। इसका परमाणु द्रव्यमान 267, 269–271, 273, 277, 279, और 281 है। इसमें डार्मस्टाडियम-267 प्रमाणित नहीं है। इसमें डार्मस्टाडियम-270, डार्मस्टाडियम-271 और डार्मस्टाडियम-281 बहू-स्थिर स्थिति में माने जाते हैं। इसमें 281 भी प्रमाणित नहीं है।
स्थिरता और आधा जीवन
डार्मस्टाडियम के सभी समस्थानिक अस्थिर और रेडियो धर्मी होते हैं। डार्मस्टाडियम-281 सबसे अधिक स्थिर होता है। यह लगभग 11 सेकंड तक रहता है।