ट्रिपैनोसोमियासिस
Trypanosomiasis वर्गीकरण एवं बाह्य साधन | |
आईसीडी-१० | B56.-B57. |
---|---|
आईसीडी-९ | 086.5-086 |
एम.ईएसएच | D014352 |
ट्रिपैनोसोमियासिस या ट्रिपैनोसोमोसिस ट्रिपैनोसोमा जाति के परजीवी प्रोटोजोआ ट्रिपैनोसोमों द्वारा उत्पन्न पृष्ठजीवियों में होने वाले अनेक रोगों का नाम है। उप-सहाराई अफ्रीका के 36 देशों के लगभग 500,000 पुरूष, स्त्रियां और बच्चे मानवीय अफ्रीकी ट्रिपैनोसोमियासिस से प्रभावित होते हैं जो ट्रिपैनोसोमा ब्रूसी गैम्बियेंसी या ट्रिपैनोसोमा ब्रूसी रोडेसियेंसी के कारण होता है। ट्रिपैनोसोमियासिस के एक अन्य प्रकार, जिसे चागास रोग कहते हैं, के कारण मुख्यतया लैटिन अमेरिका में प्रतिवर्ष[१] 21000 मौतें होती हैं।
मानवीय ट्रिपैनोसोमियासिस
- देखें, मुख्य लेख: मानवीय ट्रिपैनोसोमियासिस
- मानवीय अफ्रीकी ट्रिपैनोसोमियासिस, जिसका संचरण ट्रिपैनोसोमा ब्रूसी से संक्रमित त्सेतेसे मक्खी के द्वारा होता है, देखिये, अफ्रीकी ट्रिपैनोसोमियासिस (निद्रा रोग)
- ट्रिपैनोसोमा क्रूज़ी से संक्रमित हत्यारे कीड़े द्वारा संचरित मानवीय अमरीकी ट्रपैनोसोमियासिस, देखें, चगास रोग प्रो मुकेश कुमार
पशुओं का ट्रिपैनोसोमियासिस
- नगाना, या पशुओं की अफ्रीकी ट्रिपैनोसोमियासिस, जिसे सूडान में ‘सौमा’ या ‘सौमाया’ भी कहते हैं।
- सुर्रा
- माल डी कैडेरास (केंद्रीय दक्षिण अमेरिका का)
- मुर्रिना डी कैडेरास (पनामा का; डेरेनगाडेरा डी कैडेरास)
- डौरीन
- शरीर को दुर्बल करने वाले बुखार (कई प्रकार के)
- गैम्बियन घोड़ा रोग (केंद्रीय अफ्रीका का)
- बालेरी (सूडान का)
- काओड्जेरा (रोडेशियाई ट्रिपैनोसोमियासिस)
- टहागा (अल्जीरिया में ऊंटों का एक रोग)
- गालज़ीक्टे, गालज़ीट्के (मवेशियों का पित्ती ज्वर; दक्षिण अफ्रीका का पित्ताशय का रोग)
- पेस्ते-बोबा (वेनेज्वेला का; टेरेनगाडेरा)
निदान
अफ्रीकी ट्रिपैनोसोमियासिस के निदान के लिए रक्त, लसीका ग्रंथियों से प्राप्त द्रवों या मस्तिष्क-मेरूरज्जु द्रव में टी. ब्रूसी के पाए जाने का सबूत होना आवश्यक है।[२]
उपचार
अमरीकी ट्रिपैनोसोमियासिस का उपचार आजकल बेंज़निडाज़ोल और नाइफर्टिमॉक्स सहित विविध प्रकार की कवक-निरोधी दवाओं द्वारा किया जाता है। मेलार्सोप्रॉल नामक एक अन्य दवा का प्रयोग टी.बी.गैम्बियेंसी के इलाज के लिए किया जाता है।