जोहिला नदी

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ

जोहिला नदी मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के अमरकंटक की पहाडियों से निकलती है | इसका वास्तविक उद्गम स्थल अमरकंटक से १० किलो मीटर दूर ज्वालेश्वर में है | यह नदी ज्वालेश्वर की पहाडियों से निकलकर राजेन्द्रग्राम के होते हुए उमरिया जिले के केल्हारी गाव में सोन नदी में मिल जाती है| जोहिला पुष्पराजगढ़ के ओर से छोर तक अमरकंटक के जालेश्वर भुंडाकोना से लेकर उमरिया जिले की ओर बहती है। अमरकंटक में उत्तर पूर्व में स्थित भुंडाकोना पहाड़ से जोहिला उत्तर की ओर नीचे उतरती है, जहां पोडकी गांव के पास उसे रोक कर जोहिला जलाशय बनाया गया है जिससे पोंडी गांव में स्थित शासकीय कृषि फार्म में सिंचाई की जाती है। कृषि फार्म पोंड़ी के आगे जोहिला ताली व डोनिया गांव से बहते हुए राजेन्द्रग्राम पहुंचती है इसकी कुल लम्बाई १७० किलो मीटर है | जोहिला नदी में उमरिया जिले की मंगठार में विशाल जोहिला बांध बनाकर संजय गांधी सुपर थर्मल पावर बिरसिंहपुर की स्थापना की गई है |संजय गांधी थर्मल पावर प्लांट की 1,340.00 मेगावाट की स्थापित क्षमता है।[1] इस बिजली घर की पहली इकाई को मार्च 1993 में चालू किया गया था। संयंत्र के लिए पानी पास के जोहिला बांध जो जोहिला नदी पर निर्मित तथा 1810 हेक्टेयर में फैला हुआ है से लिया जाता है। संयंत्र के लिए कोयले की साउथ इस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की खानों से रेल द्वारा आपूर्ति की जाती है।