जॉर्ज विटेट
जॉर्ज विटेट (1878-1926) एक स्कॉटिश वास्तुकार थे, जिन्होने अपना अधिकतर काम मुंबई में किया था।
जीवनी
जॉर्ज विटेट का जन्म 1878 में ब्लेयर एथोल, स्कॉटलैंड में हुआ था। उन्होंने भारत जाने से पहले एडिथबर्ग और यॉर्क में मिस्टर हीथ ऑफ पर्थ के साथ वास्तुकार (आर्किटेक्चर) का अध्ययन किया था। विटेट 1904 में भारत आए थे और यहाँ वो जॉन बेग के सहायक बन गये, फिर मुंबई में परामर्शदाता वास्तुकार बने। विटेट और बेग् वास्तुकला की इंडो-सारसेनिक शैली के विकास और उसे लोकप्रिय बनाने में बहुत योगदान दिया।
12 मई 1917 को, विटेट को जब कि वो मुंबई सरकार के परामर्शदाता वास्तुकार थे, को सर्वसम्मति से द इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ आर्किटेक्ट्स के पहले अध्यक्ष के रूप में चुना गया।[१]
विटेट ने मुंबई के कुछ सबसे प्रसिद्ध स्थलों को डिज़ाइन किया है जिनमें: छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु सग्रहालय, गेटवे ऑफ़ इंडिया, इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, धोबीतलाब में छोटा कॉज कोर्ट, वाड्रा मैटरनिटी हॉस्पिटल, बॉम्बे हाउस, किंग एडवर्ड मेमोरियल अस्पताल, ग्रांड होटल। और मुंबई डॉक से सटे बैलार्ड एस्टेट की इमारतें शामिल हैं।
कराची में, उन्होंने कराची पोर्ट ट्रस्ट (KPT) भवन का डिजाइन तैयार किया।[२]
जॉन बेग के साथ उन्होंने वास्तुकला की इंडो-सारसेनिक शैली को विकसित किया और लोकप्रिय बनाया।[३]
1926 में मुंबई में गंभीर पेचिश से उनकी मृत्यु हो गई, और उन्हें सेवरी कब्रिस्तान में दफनाया गया।
सन्दर्भ
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ History स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। KPT official website Retrieved 5 August 2013
- ↑ साँचा:cite web