चरखारी
साँचा:if empty बुन्देलखण्ड का कश्मीर | |
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निर्देशांक: साँचा:coord | |
देश | साँचा:flag/core |
प्रान्त | उत्तर प्रदेश |
ज़िला | महोबा ज़िला |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | २७,७६० |
• घनत्व | साँचा:infobox settlement/densdisp |
भाषा | |
• प्रचलित | हिन्दी |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
पिनकोड | 210421 |
चरखारी भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के महोबा ज़िले में स्थित एक नगर है। यह बुन्देलखण्ड का कश्मीर है। यह चरखारी रियायत की राजधानी थी। विजय सागर, मलखान सागर, वंशी सागर, जय सागर, रतन सागर और कोठी ताल नामक झीलें हैं। चरखारी नगरी को वृज का स्वरूप एवं सौन्दर्य प्रदान करते कृष्ण के 108 मन्दिर है। जिसमें सुदामापुरी का गोपाल बिहारी मन्दिर, रायनपुर का गुमान बिहारी, मंगलगढ़ के मन्दिर, बख्त बिहारी, बाँके बिहारी के मन्दिर तथा माडव्य ऋषि की गुफा है। यह चरखारी तहसील का मुख्यालय भी है और विधान सभा सीट का नाम भी चरखारी है। विधान सभा क्षेत्र है।[१][२]
भूगोल
चरखारी की भूगोलीय अवस्थिति लुआ त्रुटि: callParserFunction: function "#coordinates" was not found। पर है[३] और यह समुद्र तल से १८४ मीटर (६०३ फीट) की ऊँचाई पर स्थित है। यह स्थान कई झीलों से घिरा हुआ है और अपनी प्राकृतिक सुंदरता के कारण "बुन्देलखण्ड का काश्मीर" कहा जाता है।[४]
इतिहास
अंग्रेजों के समय में यह एक छोटी राजशाही के रूप में मौजूद था जो भारत की आजादी के बाद अधिगृहीत कर लिया गया।यहाँ के शासकों ने ब्रिटिश राज़ के समय अंग्रेजों का साथ दिया....इस बात से क्षुब्ध तात्या टोपे द्वारा यहाँ एक बार आक्रमण किया गया जिससे घबरा कर यहाँ के राजा ने बिना युद्ध किये तात्या टोपे की सभी शर्त मान ली और चौथ दे के अपनी जान बचायी। तभी से भारत के स्वाधीनता संग्राम मे यहाँ के राज्य को जयचंद के राज्य से तुलना की जाती है। लेकिन यहाँ के राजाओं ने यहाँ कई तालाबों मंदिरों का भी निर्माण कराया। [४]
जनसांख्यिकी
As of 2011[update] के जनगणना के आंकड़ों के अनुसार, चरखारी नगर पालिका के अंतर्गत कुल ५,०६६ मकान थे और कुल २७,७६० लोग निवासी थे जिनमें १४,७१२ पुरुष और १३,०४८ महिलायें थीं। शून्य से छह वर्ष की आयु के अंतर्गत बच्चों की संख्या ३५५४ थी जो कुल जनसंख्या का १२% थी। चरखारी नगर पालिका में लिंगानुपात ८८७ दर्ज किया गया जो राष्ट्रीय औसत ९१२ से काफ़ी कम है। साक्षरता ७३.८ % है जो राज्य के औसत ६७.६८ % से अधिक है। पुरुष साक्षरता ८२.२४ % और महिला साक्षरता ६४.२९ % दर्ज की गयी है।
संस्कृति
चरखारी में प्रसिद्द गोवर्धन जू मेला लगता है और लोगों के मुताबिक़ इसकी शुरूआत राजा मलखान सिंह ने १८८३ ई॰ में की थी।[५]
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ "Uttar Pradesh in Statistics," Kripa Shankar, APH Publishing, 1987, ISBN 9788170240716
- ↑ "Political Process in Uttar Pradesh: Identity, Economic Reforms, and Governance स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।," Sudha Pai (editor), Centre for Political Studies, Jawaharlal Nehru University, Pearson Education India, 2007, ISBN 9788131707975
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