घुघुआ जीवाश्म उद्यान
साँचा:infobox घुघुआ जीवाश्म उद्यान (Ghughua Fossil Park) भारत के मध्य प्रदेश राज्य के डिंडौरी ज़िले में शाहपुरा के पास स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान है, जिसमें 18 जीववैज्ञानिक कुलों के 31 वंशों के पौधों के जीवाश्म (फ़ॉसिल) मिलते हैं।[१]
इस उद्यान की स्थापना 1970 के दशक में मंडला ज़िले के एक सांख्यिक अधिकारी और ज़िले की पुरातत्व ईकाई के सचिव, डॉक्टर धर्मेन्द्र प्रसाद, ने की थी। सन् 1983 में इसे राष्ट्रीय उद्यान घोषित कर दिया गया। यहाँ कई पौधों, पत्तो, फलों, बीजों और शंखों के जीवाश्म मिलते हैं जो 6.5 करोड़ वर्ष तक पुराने हैं। सबसे उल्लेखनीय आरेकेसिए (ताम्र) के जीवाश्म हैं। यहाँ एक डायनासोर अण्डे का जीवाश्म भी मिला है।[२][३]
गोंडवाना का प्रमाण
घुघुआ जीवाश्म उद्यान में एक जीवाश्म यूकलिप्टस का है, जो वृक्ष केवल ऑस्ट्रेलिया और कुछ पड़ोसी क्षेत्रों में ही मिलता है। इस से संकेत मिलता है कि भूवैज्ञानिकों का यह मानना सही है कि गोंडवाना अधिमहाद्वीप करोड़ों वर्ष पूर्व अस्तित्व में था, जिसमें भारत, ऑस्ट्रेलिया और अंटार्कटिका एक साथ जुड़े हुए थे) जो समय के साथ-साथ टूटकर अंशों में बिखर गया।[२]